कोरोना की पहली लहर का पीक 15-16 सितंबर को था, जब 97 हजार से अधिक नए मामले दर्ज किए गए थे।
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वैज्ञानिकों ने कहा,’ इस महीने चरम पर होगा कोरोना का कहर”

Corona virus: देश में कोरोना वायरस तेजी से अपने पैर फैलाता जा रहा है। मार्च में कोरोना की दूसरी लहर ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि अप्रैल में यह लहर अपने चरम पर होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस महीने में कोरोना देश में कहर मचा सकता है।

11 राज्यों में स्थिति खतरनाक

कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने 11 राज्यों के मुख्य सचिवों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शुक्रवार को समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि मार्च में कोरोना रफ्तार 6.8 फीसदी रही। जबकि इससे पहले पिछले साल जून में सबसे ज्यादा 5.5 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली तथा हरियाणा के मुख्य सचिवों, स्वास्थ्य सचिवों, पुलिस प्रमुखों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में गौबा ने कहा कि इन राज्यों में स्थिति काफी चिंताजनक है। पिछले 15 दिनों के आंकड़े को देखे तो इन राज्यों में कोरोना के 90 फीसदी संक्रमण और मौतें दर्ज की गई हैं। कई राज्य कोरोनी की पहली लहर के पीक को पार कर चुके हैं। कई पीक के करीब पहुंच चुके हैं।

अप्रैल में होंगे सबसे ज्यादा मामले

देश में कोरोना की पहली लहर का पीक 15-16 सितंबर को था, जब 97 हजार से अधिक नए मामले दर्ज किए गए थे। इसके बाद से नए मामलों में कमी हुई थी। फरवरी तक राहत भरी खबरें आ रही थी, लेकिन मार्च आते ही कोरोना के मामले फिर बढ़ गए। शुक्रवार को देश में 81 हजार से अधिक कोरोना के मामले सामने आए और आशंका जताई जा रही है कि इसमें अभीऔर इजाफा होगा। वैज्ञानिकों ने एक गणितीय मॉडल का प्रयोग कर बताया कि वैश्विक महामारी की दूसरी लहर अप्रैल के मध्य में चरम पर पहुंच जाएगी।