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Retail inflation : तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंची महंगाई, जनवरी में बढ़कर 6.52% हुआ आंकड़ा, खुदरा महंगाई बढ़ी

नई दिल्ली। खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ने से जनवरी 2023 में खुदरा महंगाई ने पिछले 3 महीने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मसरकार ने सोमवार को कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स पर आधारित खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी कर दिए। ये भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकतम सीमा से भी ऊपर है। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से खुदरा महंगाई दर को 4 प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य तय किया गया है। वहीं महंगाई दर का दायरा 2 से 6 प्रतिशत के बीच रखने की सीमा है। जनवरी से पहले दिसंबर 2022 में रिटेल इंफ्लेशन 5.72 प्रतिशत पर थी। वहीं जनवरी में तीन महीने के उच्च स्तर 6.52 प्रतिशत पर महंगाई दर पहुंच गई है।

खाने-पीने की चीजों के बढ़े दाम

देश के कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स में करीब 40 प्रतिशत हिस्सेदारी सिर्फ फूड प्राइज इंडेक्स की है। इसका मतलब ये हुआ कि खाने-पीने की चीजों के दाम देश में महंगाई को बढ़ाने या घटाने का एक बड़ा फैक्टर है। अगर जनवरी 2023 के आंकड़ों को देखा जाए तो जनवरी में फूड इंफ्लेशन रेट 5.94 प्रतिशत रहा है। जबकि दिसंबर 2022 में खाद्य महंगाई दर 4.19 प्रतिशत थी।

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सब्जियां सस्ती, अनाज-दाल महंगे

अगर फूड प्राइस इंडेक्स को डिटेल में समझें तो जनवरी में सब्जियों की कीमत घटी है। सब्जियों की कैटेगरी में महंगाई दर 11.70 निगेटिव में रही है। वहीं अनाज और अन्य खाद्यान्न कैटेगरी में दाम बढ़े हैं और महंगाई दर 16.12 प्रतिशत रही है। इतना ही नहीं दूध और अन्य डेयरी उत्पादों की महंगाई दर 8.79 प्रतिशत, अंडे की 8.78 प्रतिशत, मीट और मछली की 6.04 प्रतिशत, मसालों की 21.09 प्रतिशत और दालों और अन्य उत्पादों की 4.27 प्रतिशत रही है।

पेट्रोल-डीजल का रुलाना जारी

पेट्रोल और डीजल की कीमत लगातार ऊंचाई पर बनी हुई है। इस मद में आम आदमी की जेब का बोझ बढ़ता जा रहा है। जनवरी 2023 में फ्यूल एंड लाइट कैटेगरी में महंगाई दर 10.84 प्रतिशत रही है। इसके अलावा पान-तंबाकू की महंगाई दर 3.07 प्रतिशत और आवास की महंगाई दर 4.62 प्रतिशत रही है।

औद्योगिक उत्पादन की रफ्तार कम

दिसंबर 2022 में आई गिरावट के बाद जनवरी 2023 में खुदरा महंगाई दर ने छलांग लगाई है। जनवरी में खुदरा महंगाई दर 6.52 फीसदी रही है, जबकि दिसंबर 2022 में ये 5.72 फीसदी रही थी। इससे पहले देश के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े में भी गिरावट दर्ज की गई है। दिसंबर 2022 में ये घटकर 4.3 प्रतिशत रह गई है। नवंबर, 2022 में औद्योगिक उत्पादन 7.3 प्रतिशत बढ़ा था।

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रेपो रेट में हुआ है इजाफा

हाल ही में मॉनिटरी पॉलिसी समिति की बैठक में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि महंगाई 6.5 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है। रिजर्व बैंक ने हाल ही में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है। दिसंबर 2022 में खुदरा महंगाई दर 5.72 फीसदी पर रही थी। लंबे समय बाद ये रिजर्व बैंक के तय लक्ष्य के दायरे में आई थी। लेकिन जनवरी में ये एक बार फिर से रिजर्व बैंक के दायरे से बाहर निकल गई है।

जनवरी 2022 में 6.01 फीसदी थी महंगाई दर

कन्ज्यूमर प्राइस इंडेक्स आधारित महंगाई दिसंबर में 5.72 फीसदी और जनवरी 2022 में 6.01 फीसदी थी. खाद्य पदार्थों की महंगाई दर जनवरी में 5.94 फीसदी रही जो दिसंबर में 4.19 फीसदी थी( इससे पहले, खुदरा महंगाई अक्टूबर महीने में उच्च स्तर 6.77 फीसदी पर थी।

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