Republic Day 2021: राष्ट्र आज 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस अवसर पर सुबह राजपथ पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तिरंगा फहराया और परेड की सलामी ली। परंपरा के अनुसार, झंडा फहराने के बाद राष्ट्रगान हुआ और राष्ट्रपति महोदय को 21 तोपों की सलामी दी गई। इससे पहले सुबह पीएम नरेंद्र मोदी ने इंडिया गेट स्थित नेशनल वॉर मेमोरियल पर देश के लिए शहादत देने वाले बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि दी।
राफेल लड़ाकू विमानों ने भरी उड़ान
गणतंत्र दिवस की परेड पर देश की सैन्य शक्ति की ताकत का प्रदर्शन किया गया। परेड में राफेल लड़ाकू विमानों ने पहली बार हवा में पराक्रम दिखाया और इसके साथ टी-90 टैंकों, समविजय इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, सुखोई-30 एमके आई लड़ाकू विमानों, टैंक टी-90 भीष्म, इनफैन्ट्री कॉम्बैट वाहन बीएमपी-दो सरथ, ब्रह्मोस मिसाइल की मोबाइल प्रक्षेपण प्रणाली, रॉकेट सिस्टम पिनाका, इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली समविजय सहित अत्याधुनिक शस्त्रों को प्रदर्शित किया गया।
भीष्म टैंक का दिखा दम-खम
शिल्का वेपन सिस्टम शिल्का वेपन एक एयर डिफेंस सिस्टम है। इसमें लगा थ्रीडी ट्रैकिंग रडार आसमान से आने वाले हर मुसीबत को पहचान कर उसे मार गिराने में सक्षम हैं। टी-90 भीष्म टैंक को रूस में तैयार किया गया है। इसकी मारक क्षमता काफी अचूक है। यह भारत का मेन बैटल टैंक है और इसको भीष्म का नाम दिया गया है।
ब्रह्मोस की ताकत का हुआ प्रदर्शन
पिनाका रॉकेट्स को मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर से छोड़ा जाता है। रॉकेट सिस्टम पिनाका की रेंज 37.5 किलोमीटर है। यह लॉन्चर 44 सेकेंड्स में 12 रॉकेट्स दागने में सक्षम है। दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस की गिनती विश्व की सबसे खतरनाक मिसाइल में होती है। इसको पनडुब्बी, जंगी जहाज, एयरक्राफ्ट , जमीन हर जगह से लॉन्च किया जा सकता है।