राहुल गांधी को मोदी सरनेम पर बयान देना भारी पड़ गया एक चुनावी रैली के दौरान उन्होंने कहा था कि ‘सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?’ अब इस मामले में उन्हें दो साल की सजा सुनाई है. हालांकि उन्हें फौरन बेल भी मिल गई.
बतादे कि इस मामले की शिकायत गुजरात के बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने दर्ज कराई थी. आइए जानते हैं कि आखिर पूर्णेश मोदी हैं कौन? जिनकी वजह से राहुल गाँधी को सजा हुई।
गौरतलाब है कि पूर्णेश मोदी 2013 में उपचुनाव में जीत कर सदन में पहुंचे थे. असल में साल 2013 में वहां के तत्कालीन विधायक किशोर भाई की बीमारी के चलते मौत हो गई थी. इसके बाद जब उपचुनाव हुए तो बीजेपी ने पूर्णेश मोदी को चुनावी मैदान में उतारा और उन्होंने जीत दर्ज की थी.इसके बाद जब साल 2017 के विधानसभा चुनाव हुए तो भी पूर्णेश मोदी ही बीजेपी के उम्मीदवार थे. उन्होंने चुनाव में फिर से जीत का परचम लहराया.
सूरत नगर निगम के नगरसेवक रहे
पूर्णेश मोदी ने सदन में गुजरात सरकार की स्वास्थ्य और परिवार कल्याण समिति के सदस्य के रूप में 12 अगस्त 2016 से 25 दिसंबर 2017 तक संसदीय सचिव की भूमिका का निर्वाहन किया था.इससे पहले वो सूरत नगर निगम के नगरसेवक रहे. साल 2000-05 में वो निगम के सदन में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी के नेता थे. इसके अलावा वह 2009-12 और 2013-16 में सूरत नगर भाजपा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं
दाऊद पटेल को 33 हजार 733 वोट ही मिले थे.
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में पूर्णेश मोदी को 1 लाख 11 हजार 615 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी इकबाल दाऊद पटेल को 33 हजार 733 वोट ही मिले थे. राहुल के कर्नाटक वाले बयान को लेकर गुजरात की सूरत सेशन कोर्ट में मामला चल रहा था. राहुल के इस बयान को पूरे मोदी समाज का अपमान बताते हुए बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था जिसके बाद ही पूरी कांग्रेस पार्ट में हड़कंप मच गया है।