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राहुल गांधी को बदजुबानी की जंग में मात, दो साल की सजा के बाद संसद की सदस्यता रद्द

मानहानि मामले में दो साल की सजा होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है। लोकसभा सचिवालय ने राहुल की सदस्यता खत्म करने का नोटिफिकेशन जारी किया है। 23 मार्च से प्रभावी इस नोटिफिकेशन में राहुल को पूर्व सांसद कहकर संबोधित किया गया है।

-24 मार्च 2023 की तारीख में महासचिव उत्पल कुमार सिंह की ओर से जारी हुआ नोटिफिकेशन

-संविधान के अनुच्छेद 102 (1) (ई) और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 धारा 8 के तहत राहुल गांधी अयोग्य घोषित

-एक-एक कॉपी राष्ट्रपति सचिवालय, पीएम सचिवालय, राज्यसभा सचिवालय, चुनाव आयोग, भारत सरकार के सभी मंत्रालयों और विभागों को भेजी गई है

-मौजूदा स्थिति में राहुल गांधी अब 8 साल तक चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।

नई दिल्ली। पिछले काफी दिनों से देश की सियासत में बदजुबानी की जंग चल रही है। इस जंग में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी को करारी हार मिली है। राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है। मोदी सरनेम मानहानि मामले में सूरत की कोर्ट ने गुरुवार को ही कांग्रेस नेता को दो साल की सजा सुनाई है। लोकसभा सचिवालय ने शुक्रवार को राहुल की सदस्यता खत्म करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। गौरतलब है कि 2 साल या उससे ज्यादा की सजा होने के बाद सांसद या विधायक की सदस्यता रद्द हो जाती है। हालांकि, सूरत की कोर्ट ने राहुल की सजा को 30 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है। इस दौरान राहुल उच्च अदालत में अपील कर सकते हैं। मौजूदा स्थिति में राहुल गांधी अब 8 साल तक चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।

अब राहुल के सामने ये हैं रास्ते
-राहुल को तो सबसे पहले नियमित जमानत की अर्जी दाखिल करना होगी। -अगर 30 दिन के अंदर उन्हें नियमित जमानत नहीं मिलेगी तो उन्हें सरेंडर करना होगा।
-राहुल को सबसे पहले सेशन कोर्ट जाना होगा। अगर वहां उन्हें राहत नहीं मिलेगी तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट तक जाना होगा।

इस तरह बच पाएंगे कांग्रेस नेता
-राहुल के पास अभी फिलहाल एक ही रास्ता है कि ऊपरी अदालत राहुल गांधी की दोषसिद्धी वाली सजा को ही निलंबित कर दे। ऐसा होता है तो वे लोकसभा के लिए अयोग्य नहीं होंगे।
-लिली थॉमस और लोक प्रहरी मामले में सुप्रीम कोर्ट के 2013 और 2018 के फैसलों में जनप्रतिनिधित्व कानून में अयोग्यता से बचने का एक ही रास्ता है कि या तो सजा निलंबित कर दी जाए या फिर दोषी करार दिए जाने के फैसले को निलंबित कर दिया जाए।

कांग्रेस की सियासत में बदलाव:
-सोनिया गांधी लंबे समय से बीमार चल रही हैं और स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए उनके चुनावी समर से हटने की अटकलें थीं। लेकिन अब राहुल गांधी के मैदान से हटने के बाद उनका चुनाव लड़ना जरूरी हो गया है।

  • सोनिया की बेटी प्रियंका गांधी भी चुनाव लड़ सकती हैं।
  • केरल की जिस वायनाड लोकसभा सीट से राहुल गांधी सांसद थे, वहां उपचुनाव की तैयारियों पर चुनाव आयोग ने मंथन तेज कर दिया है।
    -कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि अब कांग्रेस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के साथ राहुल गांधी की अयोग्यता को लेकर जन चेतना कार्यक्रम, संविधान बचाओ कार्यक्रम अभियान चलाएगी। यह कार्यक्रम सोमवार से शुरू होगा।
    -राहुल गांधी के समर्थन में पार्टी ने सोशल मीडिया पर डरो मत कैंपेन शुरू किया है।

खोने के लिए कुछ नहीं
राहुल गांधी के पास अब यहां से खोने के लिए ज्यादा कुछ नहीं बचा है। पहले वे अमेठी से लोकसभा चुनाव हारे और अब वायनाड से भी उनकी सांसदी चली गई। राहुल के पास अब खोने के लिए नहीं, बल्कि यहां से हासिल करने के लिए कई मौके होंगे।

एक माह में खाली करना होगा बंगला ?
लुटियंस दिल्ली में 12, तुगलक लेन बंगला, राहुल गांधी का पर्याय बन गया है, क्योंकि इसे पहली बार 2004 में कांग्रेस नेता के नाम पर अलॉट किया गया था, जब उन्होंने उत्तरप्रदेश के अमेठी से अपना पहला लोकसभा चुनाव जीता था। राहुल को अयोग्य ठहराने का आदेश संसद एनेक्सी के संपदा निदेशालय के संपर्क अधिकारी को भी दिया गया है। नियम के मुताबिक राहुल को यह बंगला एक माह में खाली करना पड़ सकता है।

हर कीमत चुकाने को तैयार हूं
लोकसभा से सदस्यता जाने के बाद राहुल गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है कि मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं। मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं। कांग्रेस के पूर्व सांसद के इस बयान के बाद साफ है कि वे सरकार के खिलाफ अपने हमले जारी रखने वाले हैं।

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