Uttarakhand CM News: पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) एक बार फिर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनेंगे. सोमवार को विधायक दल की बैठक में पुष्कर सिंह धामी को विधायक दल का नेता चुना गया. मालूम हो कि पुष्कर सिंह धामी खटीमा सीट से चुनाव हार गए थे. इसके बाद से राज्य के मुख्यमंत्रियों को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे. उत्तराखंड के सीएम (Uttarakhand CM ) पद को लेकर दिल्ली में भी कई दौर की बैठक हुई. हालांकि विधायक दल की बैठक में आखिरकार पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) पर ही सहमति बनी. रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी आलाकमान भी पुष्कर सिंह धामी के नाम पर सहमत है
राज्य की सत्ता के उतार चढ़ाव
नौ नवंबर 2000 को देश के 27वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आए उत्तराखंड को अब तक 12 मुख्यमंत्री मिल चुके हैं। वर्ष 2000 को पहली अंतरिम सरकार बनाने का मौका भाजपा को मिला और पहले मुख्यमंत्री बने नित्यानंद स्वामी। एक साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही अक्टूबर 2001 में स्वामी की विदाई हो गई और उनकी जगह भगत सिंह कोश्यारी को सीएम बना दिया गया। कोश्यारी को लगभग चार महीने का ही कार्यकाल मिला, क्योंकि वर्ष 2002 की शुरुआत में हुए पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा सत्ता से बेदखल हो गई।
कांग्रेस से तिवारी बने सीएम
कांग्रेस के सत्ता में आने पर नारायण दत्त तिवारी राज्य के तीसरे मुख्यमंत्री बने। तिवारी अब तक अकेले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। वर्ष 2007 के दूसरे विधानसभा चुनाव में फिर भाजपा को सरकार बनाने का मौका मिला। भाजपा ने तत्कालीन सांसद भुवन चंद्र खंडूड़ी को मुख्यमंत्री बनाया मगर सवा दो साल बाद जून 2009 में खंडूड़ी को हटा मुख्यमंत्री के रूप में रमेश पोखरियाल निशंक की ताजपोशी कर दी गई। निशंक को भी लगभग सवा दो साल ही इस पद पर रहने का मौका मिला और सितंबर 2011 में फिर खंडूड़ी को दोबारा भाजपा ने सरकार की कमान सौंप दी।
कांग्रेस को फिर मिली सत्ता
वर्ष 2012 के तीसरे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सत्ता में आई। कांग्रेस ने भी विधायक के बजाय एक सांसद विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री बनाया। बहुगुणा मार्च 2012 से जनवरी 2014 तक कुर्सी पर रहे। कांग्रेस में अंदरूनी कलह के कारण उन्हें पद छोड़ना पड़ा और हरीश रावत फरवरी 2014 में मुख्यमंत्री बन गए वर्ष 2017 के चौथे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सत्ता से विदाई हुई और फिर अवसर मिला भाजपा को। इस बार भाजपा ने विधायक त्रिवेंद्र सिंह रावत को मार्च 2017 में मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी। चार साल का कार्यकाल पूरा करने से कुछ ही दिन पहले नौ मार्च 2021 को त्रिवेंद्र को अप्रत्याशित घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री पद गंवाना पड़ा। 10 मार्च को तीरथ सिंह रावत राज्य के 10वें मुख्यमंत्री बने और महज 114 दिन में उनकी विदाई हो गई। इसके बाद 11वें सीएम के रूप में पुष्कर सिंह धामी की ताजपोशी हुई