उज्जैन। उज्जैन में किन्नर समाज में जागीरी को लेकर चल रहे विवाद में 80 वर्षीय हाजी कलीबाई जागीरदार ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी जागीरी पर अधिकार मुख्य चेला डाली बाई का होगा। ज्योति बंजारा न तो किन्नर है न ही उनकी जागीरी तथा चल अचल संपत्ति पर उनका कोई अधिकार है, ज्योति द्वारा झूठी शिकायतें की जा रही है जिसमें कहा जा रहा है कि कलीबाई का अपहरण उनके चेलों द्वारा कर लिया गया है।
हाजी कलीबाई जागीरदार गुरू हाजी छम्मूबाई निवासी ग्राम नरवर ने बताया कि ज्योति बंजारा महिला है, जो बस्तियों में नकली किन्नर बनकर वसूली कर रही है। ज्योति बंजारा निवासी मायापुरी इंदौर रोड़ उनकी जागीरी हड़पना चाहती हैं, ज्योति बंजारा का एक पुत्र हेमंत बंजारा हिस्ट्रीशीटर बदमाश है, जो कई बार जान से मारने की धमकी दे रहा है। पिछले 50 वर्षों से कलीबाई के आधिपत्य में जागीरी है जिसमें बधाई नेग लिया जाता रहा है। ज्योति बंजारा किन्नर नहीं बल्कि महिला है बावजूद भेष बदलकर क्षेत्र के रहवासियों से अवैध वसूली बलपूर्वक करते हैं, जिसकी शिकायत क्षेत्र के रहवासियों ने की।
कलीबाई ने स्पष्ट कहा कि जागीरी जो मुझे मेरे गुरू से प्राप्त हुई है वह जागीरी मैं स्वयं अपनी मर्जी से अपने चेले को प्रदान करूंगी जिसकी कार्यवाही मेरे द्वारा की जा चुकी है।
कलीबाई वर्षों से वे नरवर में अपने ठिकाने पर हैं, और 50 सालों से अपनी संपत्ति की रक्षा कर रही हैं, जिसकी गवाही आसपास तथा क्षेत्र के रहवासियों ने भी दी।