इंदौर । इंदौर में पिछले दिनों निजी और शासकीय हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन के अभाव को लेकर मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए इंदौर में काम शुरू करने के आदेश दीए गए थे। लेकिन कई दिन गुजरने के बाद भी ऑक्सीजन पलांट के नाम पर इंदौर में केवल चबूतरा ही बनकर खड़ा है ।
इंदौर के आसपास के दूसरे छोटे शहरों में ऑक्सीजन प्लांट बनकर शुरू भी हो चुके है।
इंदौर में कोरोना की दूसरी लहर के चलते बड़े – बड़े दावे किए गए थे। कि महज 15 दिनों में सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगा दिए जाएंगे। लेकिन अब तक प्रस्तावित ऑक्सीजन प्लांट के लिए केवल चबूतरा ही तैयार हो पाया है। जबकि इंदौर के आसपास के दूसरे छोटे शहरों में ऑक्सीजन प्लांट बनकर शुरू भी हो चुके है। इंदौर में मां अहिल्या कोविड केयर सेंटर और एमआरटीबी कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाना था । लेकिन मां अहिल्या कोविड सेंटर को पोस्ट कोविड सेंटर में बदल दिया गया है, तो वहीं, एमआरटीबी अस्पताल में अब तक केवल सीमेंट का चबूतरा बनकर तैयार हुआ है। जिसके तहत बुधवार को विधायक संजय शुक्ला और कांग्रेस नेताओं ने एमआरटीबी अस्पताल का दौरा भी किया। यहां उन्होंने अस्पताल संचालकों से मुलाकात कर हालात का जायजा लिया।
कांग्रेस ने इस मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है ।
कांग्रेस का आरोप है, कि पूरी दुनिया में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर तैयारी की जा रही है। लेकिन इंदौर जैसे बड़े शहर में अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार नहीं हुआ है। कांग्रेस ने इस मामले में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है ।