कानपुर: इत्र कारोबारी पीयूष जैन के मकान और कारोबारी ठिकानों पर छापेमारी के बाद कई राज अब बाहर आ रहे हैं। जीएसटी की विजिलेंस टीम को छापेमारी में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। सर्च ऑपरेशन में पता चला कि कारोबारी ने काली कमाई कई खुफिया ठिकानों पर छुपा कर रखी थी।
तहखानों ने उगले राज
छापेमारी में पता चला कि पीयूष जैन के घर, कारखाना और गोदाम में जगह-जगह बेसमेंट और सीक्रेट चैंबर बने हुए हैं। इन्ही तहखानों में कारोबारी ने काली कमाई छिपा कर रखी है। सर्च अभियान लगातार 72 घंटों तक जारी रहा। तहखाने, अलमारियां और लॉकर इस तरह बनाए गए थे की किसी भी हालत में उनका पता लगाना मुश्किल था। घर के बेसमेंट में काफी मात्रा में चंदन का तेल रखने का अड्डा बना लिया था। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती गई, कारोबारी की काली कमाई सामने आती गई।
बोरियों में भरे थे नोट
पीयूष जैन के मकान में कई कमरों में सीक्रेट चैंबर है। उसके ठीक नीचे ही बेसमेंट भी है। इनमें कई छोटे-छोटे ब्लॉक हैं। इन ब्लॉक्स को टाइल्स से पैक कर छिपा दिया गया था। इन्हीं ब्लॉकों के अंदर नोटों से भरी बोरियों को छिपाकर रखा गया था। बताया जा रहा है कि इस तरह से नोटों से भरी 10 बोरियां मिली हैं। जबकि बाकी की रकम लॉकर और अलमारियों से मिली हैं। कारोबारी के गोदाम में काफी मात्रा में चंदन का तेल बरामद हुआ है।