दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के बड़े इलाके में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में तेज झटके आए हैं।
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में भी भूकंप के झटके आए हैं। इस बार भूकंप की टाइमिंग भी थोड़ी ज्यादा थी और एक के बाद एक दो झटके आए हैं। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान बताया जा रहा है। भूकंप के डर से दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम समेत एनसीआर के कई शहरों में लोग घरों से बाहर निकल आए। बीते कई सालों में ऐसा पहली बार हुआ है, जब भूकंप की इतनी अधिक तीव्रता महसूस की गई है।
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि भले ही इसका केंद्र अफगानिस्तान रहा है, लेकिन इसने पूरे पाकिस्तान को हिला दिया और उसके आगे उत्तर भारत का बड़ा इलाका प्रभावित हुआ। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.6 रही है। यह ठीक 10 बजकर 17 मिनट पर आया। अफगानिस्तान और पाकिस्तान से लगते हिंदूकुश क्षेत्र के फैयजाबाद में जमीन से 156 किलोमीटर नीचे इसका केंद्र था। दिल्ली-एनसीआर और यूपी के अलावा हरियाणा, पंजाब में भी लोगों में दहशत हो गई।
तुर्किये में भूकंप की भविष्यवाणी करने वाले ने दी थी चेतावनी
बीते महीने फरवरी में तुर्किये और सीरिया में विनाशकारी भूकंप आए थे। जिससे पचास हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई। तब डच शोधकर्ता फ्रैंक होगरबीट्स ने घोषणा की थी कि अगली पंक्ति में एशियाई देश हैं। एक वीडियो में फ्रैंक होगरबीट्स को एक बड़े भूकंप की भविष्यवाणी करते हुए देखा गया था। होगरबीट्स ने कहा था कि एशियाई देश तुर्किये जैसे भूकंप या प्राकृतिक आपदाओं का सामना करेंगे। उनके मुताबिक, अगला भूकंप अफगानिस्तान से शुरू होगा और अंततः पाकिस्तान और भारत को पार करने के बाद हिंद महासागर में समाप्त होगा।