झाबुआ. शतरंज एक बौध्दिक और मानसिक स्तर को बढाने वाला घर में बैठकर शांति पूर्वक खेला जाने वाला खेल है और आज की कोरोना काल की विषम परिस्थितियों को देखते हुऐ बच्चों-युवाओं, महिला-पुरुष, वृध्द जन सभी के लिए अत्यंत ही मनोरंजक और सकारात्मक खेल है। यह बात ऑनलाइन वेबिनार के दौरान जिलाध्यक्ष डॉ. अर्चना राठौर ने कही।
साथ ही कहा कि यह खेल जहां एक और व्यक्ति की नकारात्मक सोच को खत्म करता है, वहीं उसकी सकारात्मक सोच को बढ़ाकर उच्चतम मानसिक और बौध्दिक स्तर भी प्रदान करता है। इस समय सभी को सामाजिक दूरियां बनाये रखकर स्वयं को बौध्दिक और मानसिक स्तर पर भी सबल बनाए रखकर स्वयं स्वस्थ रहना भी अनिवार्य है। मन चंगा तो तन चंगा यानि इंसान का यदि मन खुश है तो तन भी अवश्य ही तंदरुस्त होगा। ऐसे समय में शतरंज से अच्छा और कोई खेल नही।
इस दौरान जिलाध्यक्ष डॉ. अर्चना राठौर, हरीश वतनानी, विवेक धाकरे, पेटलावद से शैलैन्द्र आदि ने कोरोना काल में बच्चों को कोरोना गाइडलाइन के तहत शतरंज खेल का प्रशिक्षण दिया।
मध्य प्रदेश शतरंज संघ द्वारा आगामी खेल योजनाओं के क्रियान्वयन के लिये म.प्र. शतरंज संघ की ऑन लाईन साधारण सभा अध्यक्ष सुनील बंसल की अध्यक्षता और सचिव कपिल सक्सेना के मार्गदर्शन में आयोजित की गई। जिसमें लगभग 25 जिला ईकाइयों ने सहभागिता की । ऑन लाईन ज़ूम प्लेटफॉर्म का संचालन नीरज कुशवाह द्वारा किया गया।
झाबुआ से मृदुभाषी के लिए योगेंद्र नाहर की रिपोर्ट