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पंडित दीपक शर्मा बडवाह द्वारा शिव विवाह गुणगान कर, शिव विवाह की झांकी निकाली गयी

पंडित दीपक शर्मा बडवाह द्वारा शिव विवाह गुणगान कर, शिव विवाह की झांकी निकाली गयी

बलवाडा सचिन जाधव। जूना बलवाड़ा में महिला मंडल रामायण मंडल के द्वारा की जा रही भागवत कथा के तीसरे दिन व्यास पीठ पर विराजमान पंडित दीपक शर्मा बडवाह द्वारा शिव विवाह व शिवचरित्र का गुणगान किया गया शिव विवाह की झांकी निकल गई शिव विवाह के चरित्र में श्री पंडित जी द्वारा बताया कि गुरू गोरखनाथ के शब्द है ‘हंसे खेले न करें मन भांग ते निहचले सदा नाथ के संग ‘ इस सूत्र का सुंदर विवेचन किया।

उन्होंने कथा के माध्यम से आगे कहा कि भगवान शंकराचार्य ने जो कुछ भी प्रक्रिया चेष्टा बताई है तथा जो हम करते हैं उनको महादेव की आराधना का रूप माना जाता है महादेव के चरित्र को सुनकर रोम-रोम हर्षित हो जाता है जहां मानवता का मंत्र हो किसी का त्याग ना हो स्वीकार हो वही साधु महादेव के निकट होता है वही कैलाश की यात्रा है पंडित शर्मा ने शिवचरित्र के गुढ रहस्य को बताते हुए कहा कि कर्तव्य को छोड़कर वैराग्य के मार्ग पर आना ठीक नहीं जवाबदारी से बचकर अध्यात्म पर चलना ठीक नहीं अध्यात्म भगोड़े का मार्ग हैं जीवन यात्रा अपनों के साथ होती है बाकी तो अध्यात्म के मार्ग पर चलना कृपाण की धार पर चलने समान है ।

कथा में उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति भोजन करता है पेट उसी का भरता है ईश्वर ने जो मार्ग दिया है उस पर श्रद्धा से चलो उन्माद नहीं फैलना चाहिए उन्माद का नशा जीवन को बर्बाद कर देता है शिव कथा का रहस्य बताते हुए उन्होंने कहा कि ब्रह्मांड में कुछ अमूल्य है तो वह है किसी के भरोसे में क्या आश्रु। जब आप किसी जरूरतमंद व्यक्ति का हाथ पकड़ोगे तो समझोगे महादेव समान ही है अपनी सत्ता एवं संपत्ति का सदुपयोग नहीं करना समझो की वह दुरुपयोग के समान है शिवचरित्र को सुनकर कर्तव्य पथ की दुविधा नष्ट होती है क्रोध ऐसा जहर है जो हंसती खेलती जिंदगी को उखाड़ कर नष्ट कर देता है पंडीत जी ने युवा वर्ग से विशेष रूप से कहा कि बड़ों की डांट विनम्र होकर सुने कभी झूठ मत बोलो नहीं तो जीवन में हमेशा हार ही पाओगे।

जब व्यक्ति के श्रद्धा मरने लगती है तो व्यक्ति गलत रास्ते पर चलता है इसीलिए हमेशा जीवन ऐसा जीना चाहिए जो अपने साथ-साथ दूसरों के दुख दूर कर भलाई के काम आए कथा में पूरे अंचल से सैकड़ों महिला-पुरुष श्रद्धालुजन भगवत ज्ञान गंगा में डुबकी लगा रहे हैं । 16 अगस्त तक चलने वाली श्री भागवत कथा में आज शिव विवाह और शिव चरित्र का गुणगान पंडित जी के माध्यम से व्यासपीठ से हुआ जहाँ हिंदुत्व के महत्व को कथा के माध्यम से संदेश भी दीया हैं।

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