नई दिल्ली। असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो वे एक दिन महात्मा गांधी को हटा कर सावरकर को देश का राष्ट्रपिता बना देंगे।
वीर सावरकर पर विवाद
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि महात्मा गांधी के कहने पर सावरकर ने अंग्रेजी सरकार के सामने मर्सी पेटिशन फाइल की थी। असदुद्दीन ओवैसी ने इस बयान के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर हमला बोला है। वीर सावरकर 1910 के दशक में आजीवन कारावास की सजा देते हुए अंडमान में काला पानी के नाम से कुख्यात जेल में भेज दिया गया था। सावरकर की दया याचिकाओं के बारे में विवाद का उल्लेख करते हुए राजनाथ सिंह नेकहा कि यह एक कैदी का अधिकार था और उन्होंने महात्मा गांधी के कहने पर ऐसा किया था।
इतिहास बदलने का आऱोप
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान के बाद एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘वे विकृत इतिहास पेश कर रहे हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा, तो वे महात्मा गांधी को हटा देंगे और सावरकर को राष्ट्रपिता बना देंगे, जिन पर महात्मा गांधी की हत्या का आरोप था और जिन्हें जस्टिस जीवन लाल कपूर की जांच में ‘हत्या में शामिल’ करार दिया गया था।’
राजनाथ सिंह ने झूठ फैलाने का लगाया आरोप
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सावरकर के खिलाफ झूठ फैलाया गया है। अक्सर यह कहा जाता है कि उन्होंने अंग्रेजी सरकार के सामने अनेकों दया याचिका दाखिल की थी। लेकिन सच्चाई इससे अलग है। उन्होंने दया याचिका अपनी रिहाई के लिए नहीं की थी। महात्मा गांधी ने सावरकर से कहा था कि आप दया याचिका फाइल कीजिए। महात्मा गांधी ने अपनी ओर से अपील की थी कि सावरकर जी को रिहा किया जाना चाहिए, जैसे हम शांतिपूर्ण तरीके से आजादी हासिल करने के लिए आंदोलन चला रहे हैं, वैसे ही सावरकर जी भी करेंगे।लेकिन उन्हें बदनाम करने के लिए इस प्रकार की कोशिश की जाती है कि उन्होंने मर्सी पिटिशन फाइल की थी, उन्होंने क्षमा मांगी थी, उन्होंने रिहाई की बात की थी, ये सब बाते गलत और बेबुनियाद है।’