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गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के खतरों संबंधी जानकारी के लिए बैठक़ का आयोजन

रतलाम। जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रावटी में हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं के लिए कार्य योजना हेतु स्वास्थ विभाग व आईसीडीएस विभाग की सयुक्त बैठक का आयोजन किया।

डॉ पीयूष मांगरिया मेडिकल ऑफिसर रावटी द्वारा आयोजित की गई। जिसमे हाई रिस्क गर्भवती माता के लिए शिविर संबंधी रणनीति पर चर्चा की गई। आगनवाडी केंद्र हरथल पर हाई रिस्क महिला व ग्रामीणजन,  आशा व आगनवाडी कार्यकर्ता  की समूह बैठक का आयोजन कर हाई रिस्क बिंदुओं पर चर्चा कि गई। गर्भवती महिलाओं को प्रसव के पूर्व  सावधानी के संबंध में जानकारी दी गई। निर्देशित किया गया कि हाई रिस्क गर्भवती से आंगनवाड़ी व आशा सतत संपर्क बनाए रखे। सभी का संस्थागत प्रसव करवाए ।

वन्या प्लस नमक के उपयोग  की जानकारी दी गई

बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जानकारी दी गई। महिलाओ को खून की कमी से बचाव के उपाय की जानकारी दी गई। वन्या प्लस नमक के उपयोग  की जानकारी दी गई। एनीमिया मुक्त भारत अन्तर्गत सभी को शपथ दिलाई गई। इस विषय में जानकारी देते हुए डॉक्टर पीयूष माँगरिया ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की उम्र 18 वर्ष से कम होना, रक्त में हीमोग्लोबिन का स्तर 8 ग्राम से कम होना, चार से अधिक प्रसव,  महिला की आयु 35 वर्ष से अधिक होना, गर्भवती महिला की ऊंचाई 145 सेंटीमीटर से कम होना, हाई ब्लड प्रेशर,  एकलम्पसिया, प्रि एकलम्पसिया अर्थात गर्भावस्था के समय झटके आना या दौरे आना आदि लक्षण गर्भावस्था में खतरे के लक्षण माने जाते हैं।

ऐसे लक्षण वाली महिलाओं को अपना प्रसव आवश्यक रूप से शासकीय अस्पताल में ही कराना चाहिए और प्रसव पूर्व अपनी 4 स्वास्थ्य जांच, एक जांच चिकित्सक द्वारा तथा आयरन की गोलियों का नियमित सेवन अनिवार्य रूप से करना चाहिए। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग सुपरवाइजर व आईसीडीएस विभाग सुपरवाईजर सी.एच.ओ  ए .एन .एम आगनवाडी कार्यकर्ता, आशाकार्यकर्ता उपस्थित रहे ।

अर्चित अरविन्द डांगी { मध्यप्रदेश, रतलाम }

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