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एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में पहुंचा ओमिक्रॉन, महाराष्ट्र में 7 नए मामले

नई दिल्ली। देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के बीच महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के सात और मामले सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को आए मामलों में तीन मुंबई और चार पिंपरी चिंचवड नगर निगम से हैं। राज्य में ओमिक्रॉन के कुल 17 मामले सामने आ चुके हैं। मुंबई में जो तीन मामले मिले हैं उनमें एक एशिया के सबसे बड़े स्लम यानी मुंबई के धारावी में पहुंच गया है। इस वैरिएंट से संक्रमित मरीज मिलने के बाद बृहन्मुंबई महानगर पालिका की चिंता बढ़ गई है। बीएमसी ने बताया कि एक व्यक्ति तंजानिया से लौटा था और उसे सेवेनहिल्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। उसके 2 कॉन्टैक्ट का भी पता चला है। देश में अब तक ओमिक्रॉन के 32 मामले सामने आए हैं। इनमें महाराष्ट्र में 17, राजस्थान में नौ, गुजरात में तीन, कर्नाटक में दो और दिल्ली में एक ओमिक्रॉन संक्रमित की पुष्टि हुई है।

गुजरात में भी दो नए संक्रमित

गुजरात में ओमिक्रॉन के दो नए मामले सामने आए हैं। जामनगर नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि जामनगर में एक प्रवासी भारतीय की पत्नी और उसका एक अन्य रिश्तेदार में कोरोना के नए वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इन्हें गुरु गोबिंद सिंह सरकारी अस्पताल में बनाए गए विशेष ओमिक्रॉन वार्ड में स्थानांतरित किया गया है। राज्य में ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है।

समीक्षा बैठक आज

कोरोना पर शनिवार दोपहर ढाई बजे समीक्षा बैठक होगी। इसकी अध्यक्षता कैबिनेट सचिव करेंगे। सचिव (डीबीटी), सदस्य- स्वास्थ्य, नीति आयोग, सचिव (स्वास्थ्य मंत्रालय), सचिव (फार्मा) इसमें मौजूद रहेंगे। इस दौरान ओमिकॉन से निपटने के उपायों पर चर्चा हो सकती है।

59 देशों में 2936 मामलों की पुष्टि

24 नवंबर तक केवल दो देशों में ओमिक्रॉन से संक्रमण के मामले सामने आए थे। अब ऐसे देशों की संख्या 59 हो चुकी है। इन 59 देशों में अभी तक ओमिक्रॉन के 2936 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा 78,054 संभावित मामले भी सामने आए हैं, जिनकी जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है।

मिल रहे हलके लक्षण

देश में पाए गए ओमिक्रॉन के मामलों में हलके लक्षण हैं। कुल प्रकारों में से 0.04 फीसदी से कम का पता चला है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव, लव अग्रवाल ने शुक्रवार को प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि टीकाकरण के अलावा सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का निरंतर पालन किया जाना चाहिए। पर्याप्त सावधानियों का पालन करना होगा। सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों में ढिलाई के कारण ही यूरोप में मामलों में वृद्धि हुई है। लेकिन अब यहां ध्‍यान रखा जा रहा है। इस क्रम में देश में संक्रमण को लेकर निगरानी, प्रभावी स्क्रीनिंग, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का उन्नयन किया जा रहा है। राज्यों को अपनी निगरानी बढ़ाने और अन्य देशों से आने वाले यात्रियों का सक्रिय परीक्षण करने के लिए अधिसूचित किया गया है।

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