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Omicron: शहरों में बढ़ रही मरीजों की तादात, अलर्ट मोड़ पर प्रशासन

इंदौर। दुनिया के कई देशों में जहां कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट का खतरा बढ़ता जा रहा है वहीं भारत में भी सतर्कता बरती जा रही है। इस बीच इंदौर और भोपाल में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर मध्यप्रदेश सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में क्राइसिस मैनेजमेंट कमिटी के सदस्यों के साथ बुधवार को बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। दरअसल बुधवार को इंदौर, भोपाल से लेकर दिल्ली तक ओमिक्रॉन को लेकर दहशत साफ दिखाई दी। केंद्र से लेक हर राज्य का सरकारी अमला और विभाग क्राइसिस मैनेजमेंट में लगे रहे। एयरपोर्ट से लेकर बस अड्डे तक जांच बढ़ा दी गई है।

कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सरकार मुस्तैद

एक तरफ जहां सरकार की ओर से सतर्कता बरती जा रही है, वहीं आम लोग अभी भी असावधानी बरत रहे हैं। यही वजह रही कि भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक की और इसमें उन्होंने साफ कर दिया कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह मुस्तैद है और लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं है। ऐसे में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों को सक्रिय भूमिका निभानी होगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधि घर-घर दस्तक दें। वे लोगों को मास्क और वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करें। मुख्यमंत्री ने, इंदौर, भोपाल, जबलपुर में कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या पर चिंता जताई। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी कलेक्टरों, क्राइसिस मैनेजमेंट सदस्यों को कहा कि लोगों को मास्क लगाने के लिए जागरूक करें। वे खुद भी लोगों को मास्क लगाने के लिए जागरूक करेंगे। इस माह वैक्सीनेशन अभियान चलाने की नई तारीखें घोषित की जाएंगी। जिन जिलों में 90 फीसदी से कम वैक्सीनेशन हुआ है वहां वैक्सीनेशन के लिए महाअभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने शादी विवाह और बाजार में उमड़ने वाली भीड़ पर कहा कि इसे रोकने के लिए कोई प्रतिबंध लगाने की तैयारी नहीं है, लेकिन अनावश्यक भीड़ रोकनी होगी। लोगों को जागरूक करना होगा, ताकि संक्रमण का प्रसार न हो।

मप्र में 70 हजार टेस्ट रोज होंगे

मुख्यमंत्री शिवराज ने सभी कलेक्टरों से कहा कि कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाएं। रोज 70 हजार टेस्ट करें। लोग भी थोड़े लक्षण मिलते ही टेस्ट कराएं। इंदौर में 2-3 दिन में सेकेंड डोज का टॉरगेट पूरा कर लें। भोपाल, जबलपुर समेत सभी जिलों के लोगों को भी सेकेंड डोज जल्द लगवाएं।

देश में बढ़े केस

भारत में बुधवार को एक ही दिन में कोरोना के 2000 से अधिक मामले सामने आ गए। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में कोरोना के 8,954 मामले सामने आए हैं जो कि मंगलवार की तुलना में 1964 अधिक है। वहीं इस दौरान 267 लोगों की मौत हो गई है।

एमपी में इतने केस

मध्यप्रदेश में 24 घंटे में 17 केस आए हैं, जिसमें भोपाल में फिर नए 9 केस, इंदौर में 5, जबलपुर में 2 और अशोकनगर में 1 पॉजिटिव शामिल हैं।

मप्र में ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति

पूरे मध्यप्रदेश में 201 ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाए गए हैं। इनमें 178 पूरी तरह से तैयार होकर काम करने की स्थिति में आ गए हैं।

इंदौर की स्थिति

  • 24 घंटे में 5 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले इंदौर में।
  • 05 दिन में इंदौर जिले में 33 कोरोना पॉजिटिव।
  • 42 एक्टिव केस है अभी की स्थिति में इंदौर में।
  • 87 प्रतिशत सेकंड़ डोज का वैक्सीनेशन पूरा हो चुका।
  • 03.5 लाख लोग ऐसे जिनका सेकंड डोज बाकी।

रेलवे स्टेशन पर फिर से शुरु हुई जांच

कोरोना महामारी के दौरान शुरू हुआ कोरोना प्रोटोकाल अब इंदौर रेलवे स्टेशनों पर फिर से दिखाई देने लगा है। हर आने -जाने वाले यात्रियों की थर्मल स्केनिंग की जा रहीं है। विभाग के अधिकारी की माने तो बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए एक बार फिर रेलवे के पास भी नई गाईडलाइन जल्दी आ सकती है।

शादी-ब्याह की बुकिंग आधी हो गई

ओमिक्रॉन को लेकर इंदौर प्रशासन के साथ ही साथ आम जनता भी दहशत में आ गई हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता हैं कि प्रशासन ने जहां युद्ध स्तर पर सख्ती शुरु कर दी हैं वहीं शादी-ब्याह करने वालों की बुकिंग लगभग आधी हो गई हैं। जनवरी-फरवरी में होने वाले कई धार्मिक, सांस्कृतिक आयोजन को लेकर कोई इंक्वायरी नहीं आ रही।

अंतरराष्ट्रीय उड़ानें टलीं

कोविड-19 वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए 15 दिसंबर से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू करने के फैसले को टाल दिया गया है। एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए ने बुधवार को कहा कि फिलहाल 15 दिसंबर से चालू होने वाली इंटरनेशनल फ्लाइट के निर्णय पर रोक लगा दी गई है। नई तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी। यह फैसला ओमिक्रॉन की वजह से लिया गया है।

हालात नियंत्रित करना ही उपाय

मप्र सरकार लॉकडाउन के पक्ष में नहीं है। लॉकडाउन से लोगों की जिंदगी कठिन हो जाती है। ऐसे में हालात को नियंत्रण करना ही एकमात्र उपाय है।शिवराजसिंह चौहान, सीएम मप्र

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