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New Year 2021: नए साल के अवसर पर महाकाल में लगा भक्तों का जमघट

उज्जैन। नए साल 2021 के पहले दिन की शुरुआत श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव में लीन होकर की। उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में नए साल के पहले दिन बाबा महाकाल की भस्मारती की गई। जिसमें कोरोना के चलते इस बार भक्त शामिल नहीं हो सके। महाकाल में कोरोना महामारी के कारण भस्मारती में श्रद्धालुओं का प्रवेश फिलहाल प्रतिबंधित है।

देव आराधना से की नए साल की शुरूआत

महाकाल में नए साल की शुरूआत भस्मारती के साथ हुई। पंडे-पुजारियों की उपस्थिति में बाबा महाकाल की भस्मारती की गई। सुबह भस्मारती में श्रद्धालु और पुजारियों ने साल 2021 के कोरोना मुक्त होने की कामना की। पूरी दुनिया में नए साल के पहले दिन की शुरुआत लोग अपने-अपने अंदाज में करते है। ऐसे में हजारो की तादाद में श्रद्धालु अपने नए साल की शुरुआत देवालयों में देव आराधना से भी करते है। इसी को लेकर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। नए साल के पहले दिन महाकाल मंदिर में बाबा की भस्मार्ती की गई। लेकिन इस आरती में भक्त शामिल नहीं हो सके। कोरोना की गाईडलाईन को ध्यान में रखते हुए महाकाल की भस्मारती में श्रद्धालुओं को प्रवेश वर्जित है। जिसके कारण पंडे- पुजारियों की उपस्थिति में बाबा का आकर्षक रूप में श्रंगार किया गया।

महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं का जमघट

श्रंगार के पूर्व बाबा को भस्म चढ़ाई गई जिसके बाद की आरती की गई। आरती के बाद श्रद्धालुओं के लिए बाबा महाकाल के दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर रात तक चलता रहेगा। बाबा महाकाल के दर्शन और नए साल की शुरुआत करने के लिए श्रद्धालु देशभर से सुबह से ही पहुचने लगे है। सुबह से ही लंबी लंबी लाइन में श्रद्धालु खड़े दिखाई दिए। श्रद्धालुओं को अच्छे से दर्शन हो सके इसके लिए मंदिर समिति ने 25000 श्रद्धालुओं को दर्शन करने की व्यवस्था की है। आज सुबह से अब तक करीब 15 से 20 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किए हैं मंदिर समिति ने पूर्व में ही निर्णय लेकर नंदीहाल में प्रवेश वर्जित किया है।

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