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सेक्स रैकेट में नया खुलासा, युवतियों को देह व्यापार के लिए देते थे ड्रग्स और इंजेक्शन

इंदौर। शहर में उजागर हुए देह व्यापार के मामले में पुलिस लगातार जांच कर रही है। देह व्यापार के धंधे में फंसी युवतियों ने पुलिस को चौंकाने वाले बयान दिए हैं। युवतियों के अनुसार उनको देह व्यापार के लिए मजबूर किया गया। शरीर को सुन्न करने वाले इंजेक्शन लगाए गए। ये सब काम वे महिलाएं करतीं थी जो दलालों की पत्नी अथवा प्रेमिका होती थी। पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है।

भारत से बांग्लादेश भेजा जाता था पैसा

गौरतलब है कि इंदौर पुलिस ने पिछले दिनों देह व्यापार के बड़े गिरोह का खुलासा किया था। भारत-बांग्लादेश सीमा से अवैध रुप से युवतियां लाकर देह व्यापार करवाया जाता था। देश के कई शहरों में इस गिरोह के एजेंट काम करते थे। हवाला व हुण्डी के जरिये भारत से बांग्लादेश पैसा भेजा जाता था। सितंबर 2020 में इंदौर पुलिस ने विजयनगर, लसुड़िया, एमआई थाना क्षेत्रों में दबिश देकर 21 युवतियों को देह व्यापार से मुक्त कराया था। बांग्लादेश बॉर्डर से अवैध रुप से पार करवाकर देह व्यापार में संलिप्त करने वाले आरोपी सूरत के प्रमुख एजेंट मुनीर अहमद, टीटू बंगाली, आरोज खान, मीना चौहान, ज्योति, पलक, शिवनारायण, सहजल उर्फ राकेश सितलानी, अमरीन, अफरीन, सोनाली, परवेज अंसारी सहित कुल 33 आरोपी गिरफ्तार किए थे।

फरार आरोपियों की तलाश जारी

इस मामले में मुख्य आरोपी विजय दत्त, बबलू मुम्बई एवं उज्जवल ठाकुर की तलाश की जा रही थी। पुलिस ने गत दिनों विजय नगर स्थित एक होटल पर दबिश देकर 6 युवक व 5 युवतियों को देह व्यापार में गिरफ्तार किया गया था जिनसे पूछताछ पर जानकारी मिली की जेल में बंद एजेंटों के साथी प्रदीप जोशी और सोनू ठाकुर ने मुंबई के विजय दत्य और बबलू, इंदौर के उज्जवल ठाकुर , दिलीप बाबा , प्रमोद पाटीदार , नेहा , रजनी के साथ मिलकर बाग्लादेशी युवतियों से देह व्यापार करवा रहे हैं। आरोपी विजय 25 सालों से भारत में फर्जी दस्तावेज के जरिए आधार कार्ड , पेन कार्ड , पासपोर्ट बनाकर रह रहा था। आरोपी विजय अपने गिरोह के माध्यम से अब तक हजारों बांग्लादेशी लड़कियों को पिछले 10 साल से वैश्यावृत्ति के धंधे में धकेल चुका है और देश में कई राज्यों में एजेंट बना रखे हैं। इंदौर में इसके मुख्य एजेंट सहजल , उज्जवल , प्रमोद बाबा , सप्तार , दिलीप बाबा , ज्योति , पलक आदि हैं। निमाड़ क्षेत्र में प्रमोद पाटीदार प्रमुख एजेंट है। मप्र के अलावा मुंबई, पुणे , पालघर, सूरत ,अहमदाबाद , चेन्नई , बंगलुरू, हैदराबाद , जयपुर , उदयपुर आदि शहरों में लड़कियां सप्लाय की गई है।

इस तरह करते थे शोषण

पुलिस को दिए अपने बयानों में लड़कियों ने बताया कि उन्हें छह से सात ग्राहकों से संबंध बनाने के लिए विवश किया जाता था। क्षमता बढ़ाने के लिए ड्रग्स दी जाती थी। मना करने पर मारपीट करते थे। इनको पुलिस के नाम से इतना डराया गया कि लड़कियों पुलिस के पास नहीं जा सकी और मजबूरी में शोषण सहती रही। युवतियों ने पुलिस को बताया कि एजेंट उन्हें व्यापार कराने के लिए इंजेक्शन देते थे। इससे उनका शरीर सुन्न पड़ जाता था। वे विरोध करने के लायक तक नहीं रहती थीं। दलालों की पत्नियां उन पर देह व्यापार के लिए दबाव बनाती थीं। युवतियों को जब दलाल बांग्लादेश से भारत लाते हैं, तो उन्हें दवाएं और ड्रग्स दी जाती थीं। कोई लड़की ज्यादा शोर मचाती तो उसे इंजेक्शन देकर बेहोश कर दिया जाता था।

एसआइटी का नाला सुपारा में छापा

देहव्यापार गिरोह के सरगना विजय दत्त उर्फ मामून और सहयोगी बबलू को एसआईटी मुंबई ले गई। रविवार को टीम ने उसके फ्लैट से फर्जी आधार कार्ड और पासपोर्ट जब्त कर लिया। एसआईटी देहव्यापार में लिप्त रुबी,जियाउल की तलाश कर रही है।

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