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नवाब मलिक ने जारी किया NCB जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे़ का निकाहनामा

मुंबई। मुंबई ड्रग्स मामले की जांच कर रहे समीर वानखेड़े पर आरोपों को लेकर एनसीबी में भी हलचल है। एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेश्वर सिंह जो सतर्कता विभाग के प्रमुख हैं वो समीर वानखेड़े से पूछताछ भी करेंगे और रिपोर्ट सौंपेंगे।

साथ ही मामले में कथित पंच/गवाह रहे प्रभाकर से भी पूछताछ होगी। ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा, एक स्वतंत्र गवाह ने एफिडेविट के माध्यम से सोशल मीडिया पर कुछ तथ्यों को प्रसारित किया था, उसका संज्ञान लेते हुए महानिदेशक NCB ने विजिलेंस को इंक्वायरी मार्क की है। आज जांच के आदेश हुए हैं, तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर निर्णय लिया जाएगा ।

आर्यन क्रूज ड्रग्स केस की जांच कर रहे NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की जाति और दस्तावेजों पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। इस मामले में रोज़ नए नए दावें सामने आ रहे है। आइये इस विषय पर चर्चा करते है की आर्यन की जाँच कर रहे समीर वानखेड़े खुद जाँच का शिकार कैसे हुए है।

बुधवार को मीडिया ने काजी मोहम्मद मुजामिल अहमद से बात की। इसमें उन्होंने दावा किया कि वानखेड़े झूठ बोल रहे हैं। अगर वे मुस्लिम नहीं होते तो वे निकाह ही नहीं कराते। उस समय उनके पिता का नाम दाऊद लिखा गया था। इससे पहले महाराष्ट्र के मंत्री और NCP नेता नवाब मलिक ने भी वानखेड़े पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि 7 दिसंबर 2006 की रात 8 बजे समीर दाउद वानखेड़े ने सबाना कुरैशी से अंधेरी के लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स में निकाह किया था। इस दौरान 33 हज़ार रुपए बतौर मेहर दी गई थी।

नवाब मलिक के मुताबिक, इस निकाह का गवाह नंबर दो, यानी अजीज खान, समीर दाऊद वानखेड़े की बड़ी बहन यास्मीन दाऊद वानखेड़े का पति था। अपनी बात की पुष्टि के लिए नवाब मलिक ने एक निकाहनामा और एक तस्वीर सोशल मीडिया में पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने दावा किया है कि यह तस्वीर और निकाहनामा समीर वानखेड़े और उनकी पत्नी सबाना का है। इससे पहले नवाब मलिक ने एक बर्थ सर्टिफिकेट भी शेयर किया था, जिसे कथित रूप से समीर वानखेड़े का बताया था। इसमें उनका धर्म ‘मुस्लिम’ लिखा हुआ था।

यह पहली बार नहीं है, जब नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े को मुस्लिम साबित करने का प्रयास किया है। इससे पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े दलित से मुस्लिम बने और फर्जीवाड़ा कर समीर वानखेड़े को दलित कोटे से नौकरी दिलवाई गई। हालांकि मंत्री के आरोप पर ज्ञानदेव वानखेड़े ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने कभी धर्म परिवर्तन नहीं किया था।

मुंबई क्रूज ड्रग्स केस को रफा-दफा करने के लिए 25 करोड़ की मांग का दावा करने वाले प्रभाकर सैल ने मुंबई पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराया। प्रभाकर के इन आरोपों की इंटर्नल जांच के लिए 5 लोगों की टीम बुधवार को मुंबई पहुंची। ये सभी अधिकारी NCB की विजिलेंस विंग के हैं। अब देखना है कि इस मामले में आगे और क्या खुलासे देखने को मिलते है।

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