Mradhubhashi
Search
Close this search box.

अंडरवर्ल्ड कनेक्शन मामले में नवाब मलिक गिरफ्तार, पूछताछ के बाद ईडी की कार्रवाई

नवाब मलिक को जब ED पूछताछ के लिए घर से दफ्तर ले जा रही थी तब उनकी बॉडी लैंग्वेज अचीवर वाली थी। इसके बाद जब उन्हें गिरफ्तारी के बाद मलिक को ED दफ्तर के बाहर लाया गया तो उन्होंने बाहर निकलते हुए हाथ उठाकर मुक्का बांधा और जोरदार पंच के साथ हवा में लहराया।

घर के गेट से गाड़ी तक उन्होंने चेहरे पर बड़ी मुस्कान बनाए रखी। इस दौरान मलिक मीडिया की तरफ हाथ उठाकर लहराते भी रहे। मेडिकल जांच के लिए अस्पताल जाने के दौरान मलिक ने मीडिया से कहा कि डरेंगे नहीं, लड़ेंगे और जीतेंगे।

उद्धव ठाकरे की सरकार में नवाब मलिक के पास अल्पसंख्यक, उद्यम और कौशल विकास का कैबिनेट मंत्रालय है। साथ ही वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं और पार्टी के मुंबई शहर के अध्यक्ष भी हैं। मलिक ने अपने करियर की शुरुआत एक कबाड़ी के तौर पर शुरू की थी और कुछ साल पहले तक वे इससे जुड़े रहे हैं।

मलिक परिवार का मुंबई में एक होटल था और परिवार के अन्य सदस्य कबाड़ के कारोबार से जुड़े थे। मलिक ने भी एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, “हां, मैं कबाड़ीवाला हूं। मेरे पिता मुंबई में कपड़े और कबाड़ का कारोबार करते थे। विधायक बनने तक मैंने भी कबाड़ का कारोबार भी किया। मेरा परिवार अब भी वही करता है। मुझे इस पर गर्व है।”

मुंबई और आस पास के इलाकों में बाबरी मस्जिद की घटना के बाद समाजवादी पार्टी मुस्लिम मतदाताओं के बीच लोकप्रियता हासिल कर रही थी। इसी लहर में नवाब मलिक भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। 1995 के विधानसभा चुनाव में उन्हें पार्टी से मुस्लिम बहुल नेहरू नगर निर्वाचन क्षेत्र से टिकट मिला। उस वक्त शिवसेना के सूर्यकांत महादिक 51 हजार 569 वोट पाकर जीते थे। नवाब मलिक 37,511 वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे।

मलिक हार गए, लेकिन अगले ही साल विधानसभा पहुंच गए। धर्म के आधार पर वोट मांगने को लेकर विधायक महादिक के खिलाफ दायर याचिका पर उन्हें दोषी पाया गया और चुनाव आयोग ने चुनाव रद्द कर दिया। इसलिए, 1996 में नेहरू नगर निर्वाचन क्षेत्र में फिर से चुनाव हुआ। इस बार नवाब मलिक ने करीब साढ़े छह हजार मतों से जीत हासिल की।

नवाब मलिक लगातार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी NCB मुंबई के डिविजनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और उनके परिवार पर आरोप लगाते रहे हैं। दो अक्टूबर 2021 को आर्यन खान गिरफ्तार हुए थे और उन्हें 26 दिनों के बाद 28 अक्टूबर को जमानत मिली थी। इस दौरान यह पूरा मामला कई नाटकीय पड़ावों से गुजरता रहा।

मलिक की इसमें अहम भूमिका रही है। उन्होंने समीर वानखेड़े के जन्म से लेकर विवाह के तथ्यों और परिवार तक पर कई आरोप लगाए जिसके चलते अब समीर वानखेड़े की भी जांच चल रही है। और उन्हें NCB से भी हटा दिया गया। आर्यन खान की रिहाई के बाद मलिक का किया गया ट्वीट ‘पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त’ ने सबका ध्यान खींचा और इसके बाद एक नवंबर को उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस की पत्नी की जयदीप राणा के साथ तस्वीर डालते हुए लिखा है, “चलो आज BJP और ड्रग्स पैडलर के रिश्तों की चर्चा करते हैं।”

नवाब मलिक और अभिनेत्री कंगना रणौत के बीच बयानबाज़ी भी जमकर सामने आई थी। कंगना रणौत ने अपने बयान में कहा था की भारत को असल आज़ादी 2014 में मिली है। इसपर नवाब मलिक ने कड़ी निंदा करते हुआ कहा था कि उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। केंद्र को उनसे पद्मश्री वापस लेना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए। साथ ही कहा था कि ऐसा लगता है कंगना रणौत ने इस तरह का बयान देने से पहले मलाना क्रीम की भारी खुराक ली है।

प्रवक्ता नवाब मलिक को ED ने गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें अंडरवर्ल्ड से रिश्तों के आरोप में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है। उनका नाम अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर ने लिया था। ED सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में नवाब मलिक अधिकारियों का सहयोग नहीं कर रहे थे, इसी कारण उन्हें गिरफ्तार किया गया है। मलिक को अरेस्ट कर ED की टीम अस्पताल ले गई, जहां उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया है।

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट