मुंबई। नसीरुद्दीन शाह ने एक इंटरव्यू में विवादित बयान दिया है और कहा हैं कि मुगलों के कथित अत्याचार समय समय पर हाइलाइट होते रहते हैं। हम क्यों भूल जाते हैं मुगल वही लोग हैं जिन्होंने इस देश की खातिर अपना योगदान दिया है। वे वो लोग हैं जिन्होंने देश में स्थायी स्मारक बनाए हैं, जिनकी संस्कृति में नाचना, गाना, चित्रकारी, साहित्य है। मुगल यहां आए इसे अपना वतन बनाने। आप उन्हें चाहें तो शरणार्थी कह सकते हैं।
सोशल मीडिया पर हुई खिंचाई
नसीरुद्दीन शाह का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। पब्लिक ने एक्टर के खिलाफ काफी कुछ कहा है। एक यूजर ने लिखा तो क्या मुगलों से पहले हमारे पास कोई वास्तुकला नहीं थी? मुगल रिफ्यूजी के रूप में आए और हमारी वास्तुकला को सही बनाने में मदद की। पता नहीं था कि मुगलों ने भारत में इतने खूबसूरत मंदिर बनाए हैं। वहीं एक और यूजर ने लिखा प्रवासी बेहतर शब्द होता ना कि शरणार्थी इमारतें, संस्कृति, डांस, म्यूजिक, साहित्य मुगलों के नहीं हैं…ये भारत में मुगलों से पहले ही थे। अगर ये सब मुगलों के हैं…तो ये अफगानिस्तान में क्यों नहीं हैं। अब क्या…मुगल किसी पैरेलल यूनिवर्स से थे क्या। गौरतलब है फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह इससे पहले भी कई बार विवादित बयान दे चुके हैं।