Monsoon 2021: देश में दो चक्रवाती तूफान की दस्तक के बाद मॉनसून की आहट सुनाई देने लगी है। तूफान की वजह से देश के कई हिस्सों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश का असर देखा गया और इसके असर से मई-जून के महीने में नवतपा होने बावजूद तापमान में गिरावट दर्ज की गई। संभावना जताई जा रही है कि दो दिन बाद बुधवार को मॉनसून का इंतजार खत्म हो सकता है।
केरल में बरसेगी बारीश की बूंदें
केरल में दक्षिण पश्चिम मॉनसून के 2 जून यानी बुधवार को पहुंचने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मौसम की जानकारी देते हुए बताया कि मानसून सात जून तक गोवा पहुंचेगा। इसके साथ ही मौसम विभाग ने इस बार औसत बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। सामान्य तौर पर केरल में मॉनसून एक जून को पहुंचता है और गोवा में मॉनसून की पहली बूंदे छह जून तक बरसती है, लेकिन इस बार मॉनसून 48 घंटे विलंब से आ रहा है। इससे पहले मौसम विभाग ने मॉनसून के एक दिन पहले आने की भविष्यवाणी की थी, लेकिन अब विभाग का कहना है कि कर्नाटक तट पर ‘साइक्लोनिक सर्कुलेशन’ के चलते दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की चाल प्रभावित हुई है। पिछले 16 साल से केरल में मॉनसून की शुरुआत की तारीख का आईएमडी सही पूर्वानुमान लगाता आ रहा है।
उत्तर भारत में 1 जुलाई को देगा मॉनसून दस्तक
मौसम विभाग का कहना है कि 75 फीसदी से ज्यादा वर्षा लाने वाले दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के इस साल सामान्य रहने की संभावना है. 21 मई को बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से, निकोबार द्वीप समूह, समूचा दक्षिण अंडमान सागर और उत्तरी अंडमान सागर के कुछ भाग में दक्षिण-पश्चिम मानसून आ गया था। उम्मीद जताई जा रही है कि मॉनसून 15 जून तक मुंबई पहुंच जाएगा। दिल्ली और उत्तर भारत में मॉनसून की दस्तक 1 जुलाई से होने की संभावना है। गौरतलब है पिछले दो सप्ताह से देश के कई हिस्सों में जम कर बारिश हुई। ये बारीश अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में दो चक्रवाती तूफान की वजह से हुई थी।