उज्जैन। उज्जैन की महिला वेंडर कैटेगरी में पहले स्थान पर आने वाली नाजमीन ने आज पीएम मोदी से स्ट्रीट वेंंडर के कार्यक्रम में उनसे बात की. नाजमीन उज्जैन में फल का ठेला लगाती है। लॉकडाउन के समय आर्थिक तंगी से गुजर रही नाजनीन ने नगर निगम से 10000 हजार का लोन लिया था.उज्जैन नगर निगम से लोन लेते वक्त शहर की नाजमीन ने कभी सोचा भी नहीं था उनकी बात पीएम मोदी से होगी ।
हर वर्ग इस टेक्नॉलोजी को आसानी से अपनाता है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार दोपहर उज्जैन में सड़क किनारे ठेला लगाकर फल बेचने वाली नाजमीन शाह से बात की। पूछा कि वे किस तरह कैशलेस ट्रांजेक्शन कर कारोबार करती हैं। इसपर नाज़मीन में थोक फल व्यापारी 1520 रुपये का भुगतान मोबाइल एप के जरिये कर दिखाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा भारत न सिर्फ टेक्नोलॉजी बनाता है, बल्कि हर वर्ग इस टेक्नॉलोजी को आसानी से अपनाता है। और कारोबार को आगे बढ़ाता है। जनधन, आधार और डिजिटल तकनीक सभी लोगों को सशक्त बनाएगी ।
स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि योजना में 10 हज़ार रुपये का लोन मिला
बतादें कि नाजमीन एक ग्रेजुएट फल व्यवसायी है। उनके पति कार मेकेनिक है। नाजमीन के दो बेटे और एक बेटी है। नाजमीन ने बताया कि पिछले लॉकडाउन की वजह से उनकी सारी बचत खत्म हो गई थी। दोबारा अपना फल का व्यवसाय शुरू करने को स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि योजना में 10 हज़ार रुपये का लोन बैंक ऑफ इंडिया से मिला था। फिलहाल रोजाना फल व्यवसाय से रोज 500 से 700 रुपये की आय हो जाती है। ज्यादार खरीदी बिक्री ऑनलाइन ही होती है। नाजमीन का सपना है कि उनके बच्चों को वो बेहतर शिक्षा दे जिससे बच्चे देश में उनका नाम ऊंचा गौरवान्वित करे।
उज्जैन से मृदुभाषी के लिए अमृत बैंडवाल की रिपोर्ट ।