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मिताली राज ने क्रिकेट से किया रिटायरमेंट का ऐलान, अर्जुन और पदम श्री अवार्ड से हो चुकी है सम्मानित

भारत की महान महिला क्रिकेटर मिताली राज ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। मिताली राज ने भारतीय महिला क्रिकेट की लंबे समय तक सेवा की, लेकिन अब उनके लिए क्रिकेट के खेल को अलविदा कहने का समय आ गया है। तो आइये जानते है मिताली राज से जुडी ऐसी बातें जो उनके कम ही फेन्स जानते है।

मिताली के पिता दोराज राज वायुसेना अधिकारी है। इसलिए मिताली के परिवार में अनुशासन से बढ़कर कुछ नहीं था। तमिल परिवार से होने के कारण मिताली कत्थक में एक्सपर्ट थी केवल 8 साल की उम्र मैं शास्त्रीय नृत्य का भी अभ्यास किया। लेकिन इनका पिता का मानना था कि मिथाली आलसी हैं, इसीलिए नृत्य के साथ साथ मिताली के पिता ने इन्हें बेट थमा दिया।

मिताली ने केवल 10 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया। ये नृत्य और क्रिकेट दोनों में रुचि रखती थी लेकिन स्कूल अध्यापकों ने कहा कि केवल एक चीज पर अपना फोकस जमाओ। मिताली धीरे-धीरे क्रिकेट की तरफ बढ़ने लगे शुरुआत में मिताली प्रैक्टिस भी लड़कों के साथ करती थी। जो कई बार इन्हें कम समझते थे और कहते थे कि क्रिकेट का खेल लड़कियों के लायक है ही नहीं। लेकिन मिताली कमजोर और दूर भागने वालों में से नहीं थी उन्होंने अपनी मेहनत की। और वो दिन आ गया जब इन्हें भारतीय क्रिकेट टीम के लिए चुना गया। और यहीं उन लोगों का मुंह बंद हो गया जो कहते थे कि लड़कियां क्रिकेट खेलने के लायक नहीं है। मिताली फरवरी 2017 में 5000 से अधिक रन बनाने वाली दूसरी महिला खिलाड़ी बन गई थी। । इन की कप्तानी के क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर भी फैन रहे है। मिताली राज को 2003 में भारत सरकार की तरफ से अर्जुन अवार्ड से नवाजा गया और 2015 में इन्हें पदम श्री अवार्ड भी दिया गया।

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