इंदौर। वृद्ध भिखारियों के साथ नगर निगम के कर्मचारियों का रवैया हर तरफ सुर्खियों में छाया रहा, लेकिन एक वाकिया ऐसा भी हुआ है जब इस सारे मामले में एक पत्नी को उसका लापता पति मिल गया। डेढ़ माह से दर-दर की ठोकरें खाने के बाद वह अब अपने घर पहुंच गया है।
महिला ने पहले बताया भाई बाद में किया इंकार
नगर निगम कर्मचारियों द्वारा वृद्ध बेसहारा भिखारियों को शिप्रा छोड़ने की घटना ने भले ही इंदौर की छबि को धूमिल करने का काम किया हो, लेकिन उसका सुखद पहलू यह भी की इस घटना ने एक पति पत्नी को मिला दिया। इस घटना की तस्वीरें मीडिया और सोशल मीडिया में आने के बाद तस्वीरों में एक वृद्ध विकलांग व्यक्ति को लेकर ब्रह्मा बाग की लहर रहने वाली कुसुम पवार ने दावा किया कि यह उनका भाई प्रदीप पवार है। लेकिन जब नगर निगम कर्मचारी इस व्यक्ति को लेकर उनके पास पहुंचे तो कुसुम पवार ने इसे भाई होने से मना कर दिया।
गुमशुदा पति को वीडियो से पहचाना
वही चंदन नगर के पास दामोदर नगर में रहने वाली पुष्पा सालवी ने नगर निगम अधिकारियों से संपर्क किया और बताया कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति उनका पति अनिल सालवी है। जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट उन्होंने डेढ़ माह पहले चंदन नगर थाने में दर्ज करवा रखी है । नगर निगम कर्मचारी इस व्यक्ति को पुष्पा सालवी के पास लेकर पहुंचे और उन्होंने पहचान लिया यह उनका पति अनिल सालवी ही था। इस तरह इस घटना ने भले ही नगर निगम की छवि धूमिल की हो लेकिन एक परिवार के पति पत्नी को जरूर मिला दिया। अब अनिल सालवी अपने परिवार में पहुंच चुके हैं।