अगर कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो फिर इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है। खास तौर पर तब जब ये लक्ष्य आपके साथ-साथ आपके माता-पिता की भी चाहत हो तो हौसले और भी बुलंद हो जाते हैं। कुछ ऐसा ही कमाल किया है, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के छोटे से गांव की रहने वाली सानिया मिर्जा ने। सानिया ने एनडीए की परीक्षा में 149वीं रैंक के साथ फ्लाइंग विंग में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। सानिया ने NDA यानी नेशनल डिफेंस अकादमी की परीक्षा में 149वीं रैंक हासिल की है। वह UP की पहली महिला फाइटर पायलट भी होंगी। 27 दिसंबर को पुणे में ट्रेनिंग शुरू करके अपने सपने को सच करने जा रही हैं।
सानिया मिर्जापुर से करीब 10 किमी दूर जसोवर गांव की हैं। गांव के ही स्कूल से 10वीं की पढ़ाई की। 12वीं के लिए मिर्जापुर आईं और हिंदी मीडियम से पढ़ाई की। सानिया के पिता शाहिद अली, TV मैकेनिक हैं। गांव के घर पर ही उनकी दुकान है। NDA का रिजल्ट आते ही सानिया देशभर में सुर्खियों में आ गईं।
NDA में सिलेक्शन के बाद सानिया बेहद खुश हैं। वह कहती हैं, “मैंने देश की पहली महिला फाइटर पायलट अवनी चतुर्वेदी का इंटरव्यू पढ़ा था। तभी से मेरे मन में फाइटर पायलट बनने की इच्छा हो गई। आमतौर पर हम जिस जगह से आते हैं वहां टीचर, डॉक्टर या इंजीनियर के आगे की कोई बात ही नहीं करता है। मेरी पूरी पढ़ाई हिंदी मीडियम से हुई है। 8वीं तक गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ाई की। फिर 10वीं गांव के ही पंडित चिंतामणि दुबे इंटर कॉलेज से किया।”
NDA में दूसरा अटेंम्प, पहली बार में सिलेक्शन नहीं
अवनी बताती हैं, “यह NDA में दूसरा अटेंम्प था। पहली बार में मेरा सिलेक्शन नहीं हुआ था। जब मेरा सिलेक्शन नहीं हुआ तो मैं थोड़ी उदास हुई, लेकिन परेशान नहीं हुई, बल्कि मैंने अपनी कमजोरी को पहचाना और उस पर काम करना शुरू किया। दूसरे अटेंम्प में मेरा सिलेक्शन हो गया। एक दिन पहले ही मेरा सिलेक्शन का लेटर आया है। मेरी 149वीं रैंक हैं। पुणे में 27 दिसंबर से मेरी ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी।”
सानिया के पिता शाहिद अली पेशे से TV मैकेनिक हैं। वह कहते हैं, “सानिया देश की पहली फाइटर पायलट अवनी को अपना आदर्श मानती हैं। वह उनके जैसा बनना चाहती थीं। सानिया देश की दूसरी ऐसी लड़की हैं, जिसे फाइटर पायलट के तौर पर चुना गया है। यह हमारे लिए गर्व की बात हैं। मैंने सिर्फ उसे अपनी इच्छा पर आगे बढ़ने दिया।”
NDA 2022 के एग्जाम में मेल-फीमेल मिलाकर कुल 400 सीटें थीं। इसमें 19 सीटें महिलाओं के लिए थीं। इनमें से सिर्फ 2 दो सीटें फायटर पायलट के लिए रिजर्व थीं। इन्हीं दो सीटों में एक पर सानिया मिर्जा ने कब्जा किया है।