Makar Sankranti 2022: मकर संक्रांति के अवसर पर सूर्य आराधना, पवित्र नदी सरोवर में स्नान और तिल का बहुत महत्व है। शास्त्रोक्त मान्यता है कि इस दिन तिल का प्रयोग करने से धन-धान्य की वृद्धि के साथ आरोग्य की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं तिल का महत्व, उसके उपयोग और उससे मिलने वाले फलों के बारे में।
पुराणों में है तिल का वर्णन
मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान भगवान विष्णु का पसीना जमीन पर गिर गया था और पसीने की यहीं बूंदे तिल बन गई। वेदों और पुराणों में तिल को अमृत का बीज कहा गया है। ब्रह्मांड पुराण में तिल को औषधि बताया गया है। शिव पुराण में तिल दान को महत्वपूर्ण और प्रभावशाली बनाया गया है। गरुड़ पुराण और बृहन्नारदीय पुराण के अनुसार यदि किसी परिजन की मौत किसी दुर्घटना में हुई हो तो गंगाजल में काले तिल मिला कर तर्पण करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। श्राद्ध कर्म में काले तिलों का उपयोग करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। धार्मिक अनुष्ठानों में इसका प्रयोग शुभ फलदायी होता है और इसके प्रयोग से दरिद्रता के नाश के साथ आरोग्य की प्राप्ति होती है। आमतौर पर तिल सफेद और काले दो प्रकार के होते हैं। काले तिलों का उपयोग धार्मिक कार्यों में और सफेद तिल का प्रयोग खाने में होता है।
तिल के ज्योतिष और वास्तु उपाय
- रोजमर्रा की बाधाओं के निवारण के लिए एक लोटे में शुद्ध जल भरकर और उसमें काले तिल डालकर शिवलिंग पर समर्पित करने से बाधाओं का निवारण होता है। इस दौरान ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करते रहें।
- आर्थिक समस्याओं से निजात के लिए हर शनिवार काले तिल, काली उड़द को काले कपड़े में बांधकर किसी गरीब व्यक्ति को दान धन संबंधी समस्याओं का समाधान होता है।
- कुंडली के अशुभ शनि के निवारण के लिए किसी पवित्र नदी में काले तिल प्रवाहित करने से शनि संबंधि समस्य़ा का समाधान होता है।
- असाध्य या लंबे समय से चल रही बीमारी से निजात पाने के लिए प्रतिदिन शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करना चाहिए।
- सूर्योदय के बाद घर की छत पर काले तिल का छिड़काव करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होने के साथ सुख-शांति की प्राप्ति होती है।
- मकर संक्रांति पर तिल के तेल की मालिश करने और तिल का उबटन लगाने से शरीर कांतिमान बनता है और व्यक्तित्व में निखार आता है।
- मकर संक्रांति के दिन काले तिल का दान करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं।
- इस दिन तिल मिश्रित जल से स्नान करने पर सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
- मकर संक्रांति पर भगवान विष्णु की पूजा कर तिल से हवन में आहुति देने से सुख, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।