इंदौर-भोपाल। उत्तर से आ रही बर्फीली हवा का इतना ज्यादा असर पहली बार मध्यप्रदेश पर पड़ा है। इस समय उत्तर में रिकॉर्ड बर्फबारी हो रही है और अफगानिस्तान से पाकिस्तान से होते हुए आ रही हवा इस बर्फबारी के कारण और ज्यादा ठंडी हो जाती है। पहले इस हवा का असर राजस्थान, यूपी और मप्र के ग्वालियर-चंबल पर ज्यादा होता था, लेकिन इस साल इसका असर पूरे मध्यप्रदेश पर पड़ रहा है।
क्लाइमेट चेंज का असर
मौसम वैज्ञानिक इसका कारण क्लाइमेट चेंज बता रहे हैं। यही वजह है कि इंदौर सहित पूरा प्रदेश ठिठुर रहा है। सर्द हवा की वजह से दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। यह आगे भी जारी रहेगी। गुरुवार को इंदौर में दिन का तापमान 9 डिग्री गिरकर 19.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान भी 6.8 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, रायसेन शहर में कपकपा देने वाली तेज सर्दी पड़ रही है। ओस भी गिर रही है। इस वजह से सुबह पौधों पर ओस की बूंदें जम गईं। रायसेन में न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा गया।
न्यूनतम पारा 7 डिग्री से नीचे
नरसिंहपुर और सिवनी को छोड़ दें तो पूरे प्रदेश में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री से नीचे रहा। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पचमढ़ी में 1.5, रायसेन में 3.5, नौगांव में 4.0, उमरिया में 4.5, रीवा में 4.6, गुना-उज्जैन-खरगोन में 5.0, ग्वालियर में 5.2, भोपाल 5.3, बैतूल-खंडवा-शाजापुर-छिंदवाड़ा में 5.4, मंडला में 5.5 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
न्यूनतम तापमान: (डिग्री सेल्सियस में)
- भोपाल: 5.3
- ग्वालियर: 5.2
- इंदौर: 6.8
- जबलपुर: 6.8
फसल हो रही खराब
ठंड और कोहरे से खंडवा और बड़वानी जिले में प्याज के रोपे मौसम की मार से जल गए। खंडवा के किसान दस हजार हेक्टेयर में फसल प्रभावित होने की बात कह रहे हैं, वहीं बड़वानी में आठ हजार से ज्यादा हेक्टेयर में प्याज की फसल प्रभावित हुई है। प्रभावित किसान सर्वे की मांग कर रहे हैं। खंडवा और छैगांवमाखन ब्लाक केक्षेत्रों में ज्यादा नुकसान हुआ है। बड़वानी में प्याज, चने व टमाटर की फसल प्रभावित हुई है। इसके पहले ओलावृष्टि की वजह से मंदसौर, नीमच और उज्जैन जिले में फसल प्रभावित हो गई थी।
ऐसे बदलेगा मौसम
- मौसम विभाग के मुताबिक 29 जनवरी को पाकिस्तान से हवा का एक और झोंका आएगा। इसके कारण छह दिन तक तापमान में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है।
- 2 फरवरी से प्रदेश में एक और सिस्टम सक्रिय हो जाएगा, जिससे हल्की बारिश होने से फिर कड़ाके की ठंड पड़ने लगेगी। इसका असर भी 2 से तीन दिन तक रहेगा।