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Kubeshwar Dham Sehore: कुबेश्वर धाम पर हालात बेकाबू, 2000 से अधिक लोग पहुंचे अस्पताल, मोबाइल नेटवर्क भी हुआ ध्वस्त

Kubereshwar Dham Sehore: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित कुबेश्वर धाम (Kubereshwar Mahadev) पर हालात बेकाबू हो गए हैं. बढ़ती भीड़ के आगे प्रशासन ने भी घुटने टेक दिए हैं. बताया जा रहा है कि श्रद्धालुओं के लिए यहां छांव के इंतजाम नहीं किए गए हैं. 10-10 घंटे धूप में खड़े होने की वजह से लोग अब चक्कर खाकर बेहोश हो रहे हैं. करीब 2000 लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित जिला अस्पताल पर इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.

बतादें कि 16 फरवरी से 22 फरवरी तक रुद्राक्ष महोत्सव चलेगा। अब तक करीब 10 लाख लोग इस महोत्सव में शामिल होने सीहोर पहुंचे हैं। भीड़ इतनी है कि पैदल चलना तक मुश्किल है। तीन महिलाएं लापता हो गईं। एक महिला छत्तीसगढ़ के भिलाई से आई हैं, दूसरी राजस्थान के गंगापुर की रहने वाली हैं, तीसरी महाराष्ट्र के बुलढाणा की रहने वाली महिला भी लापता है।

सुबह 10 बजे तक 5 लाख श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष बांटे गए। एक दिन पहले भी डेढ़ लाख रुद्राक्ष बांटे गए थे। 40 काउंटर से रुद्राक्ष बांटे जा रहे हैं। दोपहर 3 बजे तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कुबेरेश्वर धाम पहुंचेंगे।18 फरवरी को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी यहां पहुंच सकते हैं।

कुबेरेश्वर धाम से इछावर रोड तक 7 किमी का लंबा जाम लगा है। सीहोर से इंदौर की तरफ हाईवे पर 17 किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है। भोपाल की ओर हाईवे पर 10 किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है। यानी इंदौर-भोपाल हाईवे पर 27km लंबा जाम लगा हुआ है। अधिक भीड़ होने के कारण फोन नेटवर्क्स भी काम नहीं कर पा रहे। पुलिस और प्रशासन की टीम के अलावा RSS, बजरंग दल, स्थानीय लोग, समिति सदस्य सहित कुल 15000 लोग व्यवस्थाएं संभाल रहे हैं। इनकी ड्यूटियां कथा पंडाल, भोजन पंडाल, रुद्राक्ष वितरण केंद्र पर लगी हुई है।

रुद्राक्ष लेने के लिए 2 KM लंबी कतार

दरअसल, सीहोर के कुबेश्वर धाम पर आज से सात दिवसीय शिव महापुराण कथा (Shiva Mahapuran Katha) व रुद्राक्ष महोत्सव (Rudraksh Mahotsav) के आयोजन की शुरुआत हुई है. कार्यक्रम के पहले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) भी पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) का आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं. इधर कुबेश्वर धाम पर बढ़ती श्रद्धालुओं की भीड़ ने हालात बेकाबू कर दिए हैं. रुद्राक्ष के लिए 2-2 किलोमीटर लंबी कतार लगी है. इस कतार में 2 लाख से ज्यादा लोग लगे हुए. इस भीड़ को रोकने के लिए बांस और बल्लियों से बने बैरिकेड लगे थे, जो सैलाब बनी इस भीड़ को रोक नहीं पाए.

एक दिन पहले आ गए थे 2 लाख लोग

बता दें कि कार्यक्रम के एक दिन पहले ही बुधवार को यहां 2 लाख से अधिक लोग पहुंच गए थे. श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए आयोजन स्थल पर एक दिन पहले ही श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष बांटना शुरु हो गए थे. जबकि गुरुवार को यहां करीब आठ लाख से अधिक लोग पहुंच चुके हैं. बढ़ती भीड़ के आगे सारी व्यवस्थाएं बोनी साबित हो रही है.

मोबाइल नेटवर्क भी हुआ ध्वस्त

श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ की वजह से यहां पुलिस व प्रशासन को व्यवस्थाएं बनाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कुबेश्वर धाम पर आए श्रद्धालुओं को सबसे अधिक परेशानी का सामना मोबाईल नेटवर्क ध्वस्त होने की वजह से आ रही है. श्रद्धालु यहां अपने परिजनों से बिछड़ रहे हैं. बच्चे व महिलाएं अपने परिजनों से बिछडऩे के बाद यहां वहां रोते हुए नजर आ रहे हैं तो वहीं लोग पुलिस के पूछताछ केन्द्र पर पहुंच रहे हैं. पुलिस भी लोगों की मदद के लिए माईक सिस्टम से आवाज लगाकर बिछड़े लोगों को मिलाने का प्रयास कर रही है.

क्यों खास है ये पंडित मिश्रा का ये रुद्राक्ष?

रुद्राक्ष के लिए उमड़ी भीड़ में यह भ्रम है कि कुबेश्वर धाम पर जो जो रुद्राक्ष बांटा जा रहा है उसे पानी में डालना है और उस पानी को पी जाना है, ऐसा करने से उनकी हर समस्या दूर हो जाएगी. भले ही नक्षत्र खराब हो, बीमारी हो, भूत बाधा हो सब संकट का निवारण हो जाएगा. यही कारण है कि इस रुद्राक्ष को लेने के लिए लोगों की भीड़ जुटी है. बता दे आयोजन को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर प्रचार प्रसार किया गया था उसी का नतीजा है कि यहां जमकर भीड़ उमड़ रही है.

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