Coronavirus: कोरोना वायरस के प्रकोप से पूरी दुनिया कराह रही है, इलाज और अस्पताल के अभाव में लोग दम तोड़ रहे हैं और चारों और हाहाकार मचा हुआ है। ऐसे मुश्किल और भयानक माहौल में भी नेताओं के कुछ हास्यास्पद फैसले लोगों के दर्द को और बढ़ा रहे हैं।
मुफ्त कफन का किया एलान
कोरोना से कराह रहे देश में सियासती ड्रामा भी अपने चरम पर है। सत्तापक्ष और विपक्ष एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराने में लगे हुए हैं और आम आदमी महामारी की पीड़ा को सहने के लिए मजबूर है। इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रदेश में मरने वालों के लिए अजीब घोषणा की है। सीएम सोरेन ने राज्य में मरने वालों के अंतिम संस्कार के लिए मुफ्त में कफन मुहैया कराने का एलान किया है।
विपक्ष ने साधा निशाना
मुख्यमंत्री की इस घोषणा को लेकर विपक्षी दल भाजपा ने निशाना साधा और कहा है कि अच्छा यह होता कि सीएम कफन की बजाए दवाइयों की बात करते। प्रदेश भाजपा नेता दीपक प्रकाश ने ट्वीट कर कहा है कि अजीब विडंबना है कि जहां एक ओर केंद्र सरकार देशवासियों की जान बचाने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है। वहीं दूसरी ओर झारखंड की ठगबंधन सरकार जनता को फ्री में कफन बांटने में जोर लगा रही है। उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि सरकार कफन बांटने की बजाए दवाइयां और इलाज उपलब्ध कराने पर जोर देती।
जेएमएम ने किया पलटवार
भाजपा के आरोप का सत्तापक्ष झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी जवाब दिया है और कहा है कि आप और आपकी घटिया राजनीति के कारण आपको सिर्फ कफन ही नजर आता है। हेमंत सरकार निशुल्क वैक्सीन भी दे रही है।’ इसके साथ झामुमो ने उत्तर प्रदेश को लेकर तंज भी कसे हैं। झामुमो ने कहा कि वैसे आपके ‘उत्तम’ प्रदेश में मां गंगा में तैरते गरीब के शव, रेत में दबे गरीब के शव, कुत्तों-गिद्धों की ओर से नोचे जा रहे गरीबों के शव का नजारा ही शायद पसंद है। किसी को मौत के बाद कफन नसीब होने देना आपको रास नहीं आ रहा है। आपका बस चले तो कफन का कारोबार भी किसी उद्योगपति को बेच दें। पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि वैसे आपके नेता कई राज्यों में नीचता की हद तक गिर कफन की चोरी करते भी पकड़े गए हैं। आप लोगों ने तो कारगिल में सैनिकों के ताबूत भी लूट लिए थे।