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सिंधिया के मोदी कैबिनेट में शामिल होने की इनसाइड स्टोरी

कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने के करीब 15 महीने बाद राज्यसभा सांसद जल्द ही केंद्र की नरेंद्र मोदी कैबिनेट में शामिल होने वाले है। सिंधिया को केंद्रीय कैबिनेट में रेल या मानव संसाधन जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय दिया जा सकता है।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि पिछले सप्ताह एक कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री की ओर से कड़े फैसले लेने के संकेत दिए जा चुके हैं। उसी वक्त से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाले मंत्रियों पर गाज गिर सकती है। खबर है कि अनेक मंत्रियों पर यह खतरा मंडरा रहा है। पिछले महीने प्रधानमंत्री ने कई समूहों में बैठकें कर मंत्रियों के कामकाज की भी समीक्षा की थी। कैबिनेट में संभावित फेरबदल को लेकर पिछले कई दिनों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार विचार-विमर्श कर रहे हैं। उन्होंने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी इस बारे में बात की है। बुधवार को मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी उनसे मिले थे।
एमपी तो शिवराज सिंह चौहान ही संभालेंगे

एमपी तो शिवराज सिंह चौहान ही संभालेंगे

सिंधिया को सेंटर में लाकर नरेंद्र मोदी यह क्लियर मैसेज देंगे कि एमपी तो शिवराज सिंह चौहान ही संभालेंगे। सिंधिया राजपरिवार से ताल्लुक रखते हैं, फिलहाल वो राज्य सभा से बीजेपी के सांसद हैं। लोकसभा में वह गुना का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। एमपी में कांग्रेस की सरकार गिराने और बीजेपी की सरकार बनाने में ज्योतिरादित्य सिंधिया का रोल सबसे बड़ा था। सवा साल से सिंधिया कैबिनेट विस्तार का इंतजार कर रहे हैं। अब इनाम मिलने का वक्त करीब आ रहा है।

अगर कोरोना न आया होता तो सिंधिया 2020 में ही मोदी कैबिनेट के मंत्री बन चुके होते

सिंधिया को रेलवे की कमान मिल सकती है। हालांकि उन्हें शहरी विकास या मानव संसाधन जैसे अहम मंत्रालय दिए जाने की भी चर्चा है। उन्हें भाजपा में शामिल हुए 15 महीने हो चुके हैं। अब भाजपा उनसे किया वादा पूरा करने जा रही है। इसके संकेत दिल्ली से लेकर मध्यप्रदेश तक हैं। अगर कोरोना न आया होता तो सिंधिया 2020 में ही मोदी कैबिनेट के मंत्री बन चुके होते।

मनमोहन सिंह सरकार में सिंधिया ऊर्जा राज्यमंत्री थे

जानकारों का मानना है कि मोदी ज्योतिरादित्य को कैबिनेट मंत्री बनाएंगे। इसकी वजह यह है कि मनमोहन सरकार में भी उन्होंने अपने कामों के चलते एक एक्टिव मंत्री की छवि बनाई थी। मनमोहन सिंह सरकार में सिंधिया ऊर्जा राज्यमंत्री थे। इस बार वे टीम मोदी में शामिल होते हैं, तो फिर वे अपना काम दिखा पाएंगे। उनकी क्षमताओं का लाभ उन्हें प्रस्तावित फेरबदल में मिलने की पूरी संभावना है।

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