किसी ने सच कहा है कि अगर आप किसी चीज को पाने के लिए पूरी मेहनत करते है तो वो लक्ष्य आप का एक न एक दिन पूरा जरूर होता है। इसका उदाहरण देखने को मिला हमें इंदौर की उस बेटी से जहा जुन्नुन ऐसा की 10 लाख की नौकरी छोड़ कर सिविल सर्विसेज का सपना लेकर इंदौर की आयुषी साहनी ने हाल ही में संपन्न हुई कर्मचारी चयन आयोग (SSC CGL) की परीक्षा में ऑल इंडिया 17th रैंक प्राप्त कर आयकर निरीक्षक (Income Tax Inspector) का पद प्राप्त किया है।
आयुषी साहनी ने एसएससी परीक्षा (SSC Exam) के लिए विपरीत परिस्थितियों में भी जो संघर्ष किया वो आज के लोगों के लिए एक मिसाल है।


आयुषी साहनी ने पाई SSC CGL में AIR 17th रैंक
आयुषी ने बताया कि वर्ष 2014 में आयुषी साहनी बेहद बुरे दौर से गुजरीं, उनके पिता गुरदीप सिंह साहनी का आकस्मिक निधन हो गया था। आयुषी साहनी के पिता चाहते थे कि वे सिविल सर्विसेज में जाएं। पिता की इस बात ने आयुषी को मजबूत बनाया जिसके बाद आयुषी ने उनके सपने को पूरा करने के लिए जीतोड़ मेहनत की। आयुषी की मां अमरजीत कौर और उनके भाई हर्षदीप सिंह ने भी उनका सपोर्ट किया।
बतादें कि आयुषी ने कक्षा 12वीं में इन्दौर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया व मध्य प्रदेश के प्रतिष्ठित SGSITS काॅलेज, इन्दौर से इलेक्ट्राॅनिक इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडल भी प्राप्त किया है । इन सब चीजों के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मानित भी किया है । आयुषी ने अपनी पढ़ाई जारी रखते हुए 2 वर्ष तक हैदराबाद में साॅफ्टवेयर कम्पनी में 10 लाख के सालाना पैकेज वाली नौकरी भी की। लेकिन नौकरी को छोड़ कर कठोर परिश्रम से इनकम टैक्स इंस्पेक्टर पद के लिए AIR 17वीं रैंक प्राप्त की।
इनकम टैक्स इंस्पेक्टर बनकर पूरा किया सपना
बतादें कि ऑल इंडिया में 17वीं रैंक हासिल कर चुकी इंदौर की आयुषी कहती हैं कि ये परीक्षा को बहुत टफ माना जाता है लेकिन आयुषी का कहना है कि अगर आप प्रॉपर प्लानिंग करेंगे तो आपको ऐसा नहीं लगेगा। आयुषी ने कहा कि परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट देकर खुदको आजमाना चाहिए। बता दें कि इस परीक्षा में पूरे देशभर से लगभग 40 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे।