भारतीय मूल की मनप्रीत मोनिका सिंह ने अमरीका के हैरिस काउंटी सिविल कोर्ट में जज के रूप में शपथ ली हैं, जिसके साथ ही वह इतिहास रचते हुए अमरीका की पहली महिला सिख न्यायाधीश बन गई हैं। फेसबुक पोस्ट के जरिए मनप्रीत ने इसे एक ऐतिहासिक दिन बताया। वहीं शपथ समारोह की अध्यक्षता कर रहे जज ने इसे महिलाओं के लिए बड़ी मिशाल बताया। न्यूज एजेंसी के मुताबिक मनप्रीत मोनिका पिछले 20 सालों से एक पेशेवर वकील थीं। इसके साथ स्थानीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई नागरिक संगठनों में शामिल रही हैं।
मोनिका ने शपथ समारोह में कहा, ‘यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है क्योंकि मैं सबसे ज्यादा एच-टाउन का प्रतिनिधित्व करती हूं, इसलिए हम इसके लिए खुश हैं।’ राज्य के पहले दक्षिण एशियाई न्यायाधीश, भारतीय-अमेरिकी न्यायाधीश रवि सैंडिल ने समारोह की अध्यक्षता की, जो खचाखच भरे कोर्टरूम में हुआ। रवि सैंडिल ने कहा, ‘यह सिख समुदाय के लिए वास्तव में एक बड़ा क्षण है। मनप्रीत सिर्फ सिखों की ही एंबेसडर नहीं हैं, बल्कि वह सभी वुमेन ऑफ कलर की एंबेसडर हैं।‘
भारतीय मूल की मोनिका सिंह का जन्म और पालन-पोषण ह्यूस्टन में हुआ था और वर्तमान में वह अपने पति और दो बच्चों के साथ बेलेयर में रहती हैं। मनप्रीत के पिता 1970 के दशक की शुरुआत में ही अमरीका चले गए थे। शपथ ग्रहण समारोह में न्यायाधीश रवि सैंडिल (राज्य के पहले दक्षिण एशियाई न्यायाधीश) ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि “यह सिख समुदाय के लिए वास्तव में एक बड़ा क्षण है। जब वे किसी रंग के किसी व्यक्ति को देखते हैं, तो वे जानते हैं कि उनके लिए संभावना उपलब्ध है। मनप्रीत न केवल सिखों के लिए एक राजदूत हैं, बल्कि वह सभी रंग की महिलाओं के लिए एक राजदूत हैं।