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Global Innovation Index में 40वें पायदान पर भारत, प्रधानमंत्री मोदी ने देश के टैलेंट को दिया श्रेय

बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बेंगलुरु टेक समिट का उद्धाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में इस साल भारत 40 वें स्थान पर पहुंच गया है। 2015 में यह 81 वें स्थान पर था। यह कामयाबी भारतीय प्रतिभा के दम पर मिली है। पीएम मोदी ने टेली कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु टेक समिट (बीटीएस-22) के रजत जयंती संस्करण का उद्घाटन किया।

मोदी ने बेंगलुरु टेक समिट कार्यक्रम में कहा कि भारत गरीबी के खिलाफ युद्ध में तकनीक को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। भारत को अब लालफीताशाही के लिए नहीं जाना जाता है। भारत की पहचान निवेशकों को हर तरह की सुविधा देने वाले देश के तौर पर है।

यूनिकॉर्न स्टार्टअप की संख्या दोगुना हुई

पीएम ने कहा कि 2021 के बाद से यूनिकॉर्न स्टार्टअप की संख्या दोगुनी हो गई है। भारत अब निवेशकों के लिए रेड कार्पेट के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि चाहे एफडीआई सुधार हो या फिर ड्रोन नियमों का उदारीकरण, या सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में कदम, विभिन्न प्रोत्साहन योजनाएं, कारोबारी सुगमता हर जगह ये बात दिखाई देती है। मोदी ने अपने संबोधन में सरकारी ई-मार्केटप्लेस के बारे में बात की, जिसे जीईएम भी कहा जाता है । एक ऐसा मंच जहां छोटे व्यापारी और व्यवसाय सरकार की खरीद जरूरतों को पूरा करते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी ने छोटे व्यवसायों को एक बड़ा ग्राहक खोजने में मदद की है। इससे भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हो गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह प्रौद्यगिकी ने आॅनलाइन टेंडरिंग में मदद की है और परियोजनाओं को गति दी है। साथ में इससे पारदर्शिता को बढ़ावा मिला है।

दुनिया में जानी जाती है भारत के युवाओं की ताकत

पीएम मोदी ने कहा कि भारत के युवाओं की ताकत दुनिया भर में जानी जाती है क्योंकि उन्होंने तकनीकी वैश्वीकरण सुनिश्चित किया है। मोदी ने कहा कि तकनीकी पहुंच बढ़ाकर भारतीय युवाओं को मजबूत बनाया जा रहा है। देश में मोबाइल और डेटा क्रांति हो रही है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में ब्रॉडबैंड कनेक्शन छह करोड़ से बढ़कर 81 करोड़ हो गए हैं। स्मार्टफोन उपयोगकर्ता 15 करोड़ से बढ़कर 75 करोड़ हो गए। इंटरनेट की वृद्धि शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से हो रही है।

प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, लंबे वक्त तक माना जाता था कि प्रौद्योगिकी बड़े और शक्तिशाली लोगों के लिए है। भारत ने दिखाया है कि प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण कैसे किया जाता है। भारत ने यह भी दिखाया है कि तकनीक को ह्यूमन टच कैसे दिया जाता है। भारत में प्रौद्योगिकी समानता और सशक्तिकरण की ताकत है। प्रधानमंत्री ने दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत का जिक्र करते हुए कहा कि यह लगभग 20 करोड़ परिवारों को सुरक्षा कवच प्रदान करती है। उन्होंने आगे कहा, इसका मतलब है, लगभग 60 करोड़ लोग। यह कार्यक्रम एक तकनीकी मंच पर आधारित है। भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा कोविड-19 टीकाकरण अभियान चलाया। इसे कोविन नामक एक तकनीक-आधारित मंच के जरिए संचालित किया गया।

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