नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कनाडा में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न मनाए जाने पर कड़ी टिप्पणी की है।
तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 31 अक्तूबर 1984 को उनके दो सिख सुरक्षाकर्मियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कनाडा में हुई ये घटना एक बड़ी समस्या योग्य घटना है।
उन्होंने कहा कनाडा लगातार अलगाववादियों, चरमपंथियों और हिंसा का समर्थन करने वालों को फलने-फूलने मौका दे रहा है। मुझे लगता है कि ये आपसी रिश्तों और कनाडा के लिए ठीक नहीं है। कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने कहा मैं जयशंकर के बयान का स्वागत करता हूं। जब हम दलगत के तौर पर खड़े होते हैं तो वास्तव में भारत जीतता है।
जयराम रमेश ने भारत के पूर्वी लद्दाख में सीमा पर स्थिति सामान्य नहीं होने तक चीन के साथ संबंधों के सामान्य होने की बात को निराधार करार देते हुए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में अमन और शांति राजनीति से ऊपर उठकर एक देश होने पर ही चीन के साथ संबधों में विमर्श से प्रभावित नहीं होता। बेल्ट एंड प्रगति हो सकती है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सैनिकों की अग्रिम मोर्चे ने कहा, मैं मिलिंद देवड़ा की बात पर तैनाती को मुख्य समस्या करार पर एशिया, अफ्रीका और यूरोप के से सहमत हूं।
ये बहुत निंदा करने दिया। जयशंकर ने कहा, भारत भी देशों में आधारभूत सम्पर्क ढांचे का चीन के साथ संबंधों को बेहतर बनाना सीमा पर अमन और शांति के बिना चीन के साथ संबंधों में प्रगति नहीं हो सकती। लेकिन यह तभी संभव है जब सीमा में अमन और शांति हो। चीन की बेल्ट एंड रोड पहल के खिलाफ देश के रुख का हवाला देते हुए कहा कि भारत किसी दबाव, लालच और गलत रोड पहल चीन द्वारा प्रायोजित योजना है जिसमें पुराने सिल्क रोड के आधार विकास किए जाने की योजना है।