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इन्दौर में बढ़ता यातायात बना ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लिए चुनौती

इंदौर। इंदौर शहर में चौतरफा विकास तो देखा जा रहा है लेकिन शहर मे ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से अस्त-व्यस्त नजर आ रही है शहर के चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल का अभाव और यातायात पुलिस के स्टाफ की कमी के चलते कई दुर्घटनाएं भी सामने आ रही है शहर में केवल 52 चौराहों पर ही ट्रैफिक सिग्नल की व्यवस्था की गई है।

2020 में पूरा होना था स्मार्ट सिग्नल का काम

मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर शहर में ट्रैफिक सिग्नल और यातायात पुलिस कर्मियों के अभाव के चलते शहर में लापरवाही से तेज गति से दौड़ते हुए वाहन कई बार बड़ी दुर्घटनाओं के शिकार होते हुए नजर आ रहे हैं यदि बात की जाए इंदौर शहर की यातायात की व्यवस्था की तो शहर के करीबन 52 चौराहों पर लगे ट्रेफिक सिग्नलों में कई स्थानों पर पैदल चलने वाले लोगों के लिए जेबरा क्रॉसिंग की व्यवस्था भी व्यवस्थित तरीके से नहीं की गई है जिसके कारण आए दिन दुर्घटना घटित होती है।

52 चौराहों पर है ट्रैफिक सिग्नल की व्यवस्था

हालांकि शहर में स्मार्ट सिग्नल लगाने का काम 2020 में पूरा किया जाना था लेकिन कोरोना के कारण काम शुरू ही नहीं हो सका। अब ट्रैफिक पुलिस जल्द ही इस काम को पूरा करने की जद्दोजहद में लगी हुई है ताकि शहर में बढ़ते ट्रैफिक को कंट्रोल किया जा सके।

65 चौराहों पर लगेंगे अत्याधुनिक ट्रैफिक सिग्नल

शहर में करीबन 65 चौराहों पर अत्याधुनिक ट्राफिक सिग्नल लगाए जाना है जिनका काम अब आने वाले दिनों में पूरा होने के बाद कहीं जा रही है। वहीं विशेष सिग्नल भी ट्रैफिक कंट्रोल करने का काम करेंगे तो यातायात पुलिस द्वारा नियमों का उल्लंघन करने वालों चालू को का यातायात कंट्रोल रूम पर बैठकर उन पर भारी जुर्माना लगाकर दंडित भी किया जाने का काम लगातार किया जा रहा है।

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