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UP में मंत्री के बेटे ने किसानों पर गाड़ी चढ़ाई, किसानों ने गाड़ियों में लगाई आग

उत्तर प्रदेश। यूपी के लखीमपुर खीरी के बनबीरपुर में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम से पहले बड़ा बवाल हो गया। तिकुनिया में उपमुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने के लिए खड़े किसानों की बीजेपी नेताओं से झड़प हो गई। आरोप है कि इसी दौरान प्रदर्शन कर रहे किसानों पर बीजेपी नेताओं में से ही किसी ने गाड़ी चढ़ा दी जिसमें कई किसान घायल हुए हैं। गाड़ी चढ़ाने के बाद आक्रोशित किसानों ने गाड़ियों में आग लगा दी।

बतादें कि लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी। भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने इस घटना में 3 लोगों के मारे जाने का दावा किया है। वहीं, 8 किसान घायल बताए गए हैं। इस घटना के बाद गुस्साए किसानों ने मंत्री के बेटे की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। BKU के प्रवक्ता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए हैं।

जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा और UP के डिप्टी CM केशव मौर्य एक कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी पहुंचे थे। जब इसकी जानकारी कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को लगी, तो वे हेलिपैड पर पहुंच गए। किसानों ने रविवार सुबह 8 बजे ही हेलिपेड पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद, दोपहर करीब 2.45 बजे सड़क के रास्ते मिश्रा और मौर्य का काफिला तिकोनिया चौराहे से गुजरा, तो किसान उन्हें काले झंडे दिखाने दौड़ पड़े। इसी दौरान काफिले में शामिल अजय मिश्रा के बेटे अभिषेक ने अपनी गाड़ी किसानों पर चढ़ा दी। यह देखकर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने अभिषेक मिश्रा की गाड़ी समेत दो गाड़ियों में आग लगा दी।इस घटना के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी जिलों के किसानों को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा है। BKU के प्रवक्ता राकेश टिकैत के गाजीपुर से लखीमपुर खीरी पहुंचने के बाद किसान अगली रणनीति पर काम कर सकते हैं।

मिश्रा पहले भी किसानों को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं

दरअसल, हेलिपैड पर कब्जा होने की जानकारी पाकर अजय मिश्रा और केशव मौर्य लखनऊ से सड़क मार्ग से लखीमपुर जिला मुख्यालय पहुंचे थे। यहां योजनाओं का लोकार्पण करने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय राज्यमंत्री हेलिकॉप्टर की बजाय गाड़ी से बनवारी गांव जा रहे थे। बनवारी गांव अजय मिश्रा का पैतृक गांव है। यहां कुश्ती प्रतियोगिता की शुरुआत करनी थी। प्रशासन ने बनवारी गांव के पास तनाव को लेकर पहले ही अलर्ट किया था।

किसानों का कहना है कि मंत्री बनने के बाद अजय मिश्रा ने कहा था कि हम अपनी पर आ गए तो हम क्या कर सकते हैं? यह सब जानते हैं। अजय मिश्रा ने यह बयान किसानों की तरफ से काले झंडे दिखाए जाने के बाद दिया था। 26 सितंबर को किसानों ने केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा को लखीमपुर में संपूर्णानगर क्षेत्र में काले झंडे दिखाए थे। मिश्रा एक जनसभा को संबोधित करने जा रहे थे। जनसभा में उन्होंने खुद के विरोध का जिक्र करते हुए मंच से किसानों को धमकी दी थी। कहा था कि किसानों के अगुवा यानी संयुक्त किसान मोर्चा के लोग प्रधानमंत्री मोदी का सामना नहीं कर पा रहे हैं। आंदोलन को 10 महीने हो गए। काले झंडे दिखाने वालों के लिए आगे उन्होंने कहा कि अगर हम गाड़ी से उतर जाते तो उन्हें भागने का रास्ता नहीं मिलता। कृषि कानून को लेकर केवल 10-15 लोग शोर मचा रहे हैं। यदि कानून इतना गलत है तो अब तक पूरे देश में आंदोलन फैल जाना चाहिए। उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा था कि सुधर जाओ, नहीं तो सामना करो, वरना हम सुधार देंगे दो मिनट लगेंगे। विधायक-सांसद से बनने से पहले से लोग मेरे विषय में जानते होंगे कि मैं चुनौती से भागता नहीं हूं।

किसानों के हंगामे को देखते हुए डिप्टी सीएम के मुख्य कार्यक्रम का गेट बंद कर दिया गया। भारी पुलिस फोर्स मौके पर तैनात की गई। दरअसल, किसानों की तरफ से मौर्य और केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को काले झंडे दिखाने के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने यह इंतजाम किया था।

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