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तीन अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान ने कश्मीर राग अलापा, भारत के जवाबों से सिट्टी पिट्टी हो गई गुम

नई दिल्ली। पाकिस्तान जब भी कश्मीर का राग अलापता है भारत अपने जवाबों से उसकी बोलती बंद कर देता है। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। पाकिस्तान ने पिछले 24 घंटे में तीन अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय मंचों से कश्मीर राग अलापा था। जिसके बाद भारत ने गुरुवार को ऐसा करारा जवाब दिया है कि उसकी सिट्टी पिट्टी गुम हो गई है। कजाखस्तान के अस्ताना में विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने एशियाई देशों के शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान को जमकर खरी खोटी सुनाई हैं। मीनाक्षी लेखी ने कॉन्फ्रेंस आॅफ इंटरेक्शन एंड कॉन्फिडेंस बिल्डिंग मेजर्स इन एशिया पर छठे शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ झूठे और दुर्भावनापूर्ण प्रचार करने के लिए एक बार फिर सीआईसीए मंच के दुरुपयोग का विकल्प चुना है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदरेश भारत का अभिन्न अंग हैं और रहेंगे। पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं बचा है।

भारत बोला- पाक जो कहता है पहले वो करे

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में पाकिस्तान की टिप्पणी भारत के आंतरिक मामलों, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता में हस्तक्षेप करने जैसा है। पाकिस्तान को सलाह दी जाती है कि वह एक अनुकूल माहौल बनाकर जो कहता है उसे करे, ताकि किसी भी तरह से भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद के लिए उसके नियंत्रण वाले किसी भी क्षेत्र का उपयोग न किया जा सके।

यूएन में रूस-यूक्रेन संकट पर चर्चा के दौरान उठाया था मुद्दा

पाकिस्तान में पिछले 24 घंटे में तीन अलग-अलग मंचों पर भारत और कश्मीर का जिक्र किया था। सबसे पहले उसने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस-यूक्रेन संकट पर बहस के दौरान कश्मीर का जिक्र किया। पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि मुनीर अकरम कश्मीर की तुलना यूक्रेन से करने का प्रयास किया। पाकिस्तान की ओर से उठाए गए मुद्दे का भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक बार फिर इस मंच का दुरुपयोग कर रहा। उन्होंने पाकिस्तान से कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा।

सीआईसीए में भारत ने दिया करारा जवाब

पाकिस्तान यहीं नहीं रुका, उसने एशियाई देशों के शिखर सम्मेलन सीआईसीए में भी कश्मीर राग अलापा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पर समाधानों की दिशा में जरूरी कदम उठाने की जिम्मेदारी भारत पर बनी हुई है। यहां भारत की उप विदेश मंत्री लेखी ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ा। लेखी ने कहा कि पाकिस्तान को दुनिया को चेक्चर देने की जगह खुद के घर में सुधार करना चाहिए और उसको व्यवस्थित करना चाहिए।

इंटर पर्लियामेंट्री यूनियन में उठाया था कश्मीर मुद्दा

हद तो तब हो गई जब पाकिस्तान तीसरी बार कश्मीर का मुद्दा उठाया। पाकिस्तान ने रवांडा की राजधानी किगाली में आयोजित इंटर पर्लियामेंट्री यूनियन में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया। यहां भी उसे मुंह की खानी पड़ी। यूनियन में शामिल राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह ने पाकिस्तान को जवाब देकर उसकी बोलती बंद कर दी। उन्होंने पाकिस्तान को नसीहत देते हुए कहा कि उसे भारत विरोधी आतंकवाद को तुरंत बंद करना चाहिए। इसके साथ-साथ उन्होंने पीओके में मानवाधिकारों के उल्लंघना का मुद्दा उठाकर पाकिस्तान को चुप करा दिया।

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