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आरोपी के साथ मारपीट कर नाखून निकालने के मामले में , थाना प्रभारी हुए लाइन अटैच

इंदौर के आजाद नगर थाने में एक बदमाश को तीन दिनों तक बंद कर उसकी पिटाई करने और उसके नाखून तक निकालने का मामला सामने आने आया था । मामले की गंभीरता को देखते हुए टीआई को वरिष्ठ अधिकारियों ने लाइन अटैच कर दिया। आरोप है कि टीआई द्वारा परिजनों से एक लाख रुपये की मांग की गई थी ।

मामला आजाद नगर थाना क्षेत्र का है। तीन दिन पहले रामराज सिंह नाम के युवक को पुलिस ने मारपीट के मामले मे पकड़ा था। परिजनो की माने तो आजाद नगर टीआई ने एक लाख रुपये परिजनों से आरोपी को छोड़ने के एवज में मांगे थे जो नहीं देने पर उसे थाने में ही बंद कर जमकर पीटा। आरोपी मौका पाकर शौच जाने के बहाने थाने से हथकड़ी सहित भाग गया था। पुलिस जवानों ने उसे चिड़ियाघर के पास घेराबंदी कर दबोच लिया था और थाने लाकर उसके पैरों के नाखून निकालकर उसके पैर तोड़ दिए थे। जबकि नियम अनुसार आरोपी को 24 घण्टे में कोर्ट में पेश करना होता है। मामले का वीडियो सोशल मीडिया में आने के बाद हंगामा मच गया। आरोपी के परिवार के लोग उसके दो छोटे छोटे बच्चों के साथ पिछले तीन दिन से थाने के बार बैठे थे ।

बहन ने चुपके से खींच लिए घायल भाई के फोटो

आरोपी कि बहन खुशबू ने बताया कि मंगलवार को वह उसके भाई को थाने में खाना देने पहुंची और उसे घायल हालत में देखा तो उसके फोटो ले लिए । इसके बाद आरोपी के परिजन ने एसपी को फोटो और वीडियो सौंपा। साथ ही आरोप लगाया कि टीआई और थाने के स्टाफ ने युवक को बुरी तरह पीटा। पिंचिस से उसके पैर के नाखून निकाल लिए इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि टीआई और स्टाफ ने उनसे 1 लाख रुपए भी मांगे।

एसपी आशुतोष बागरी ने सीएसपी नंदनी शर्मा को दिए जांच के आदेश

पूरे मामले में एसपी आशुतोष बागरी ने सीएसपी नंदनी शर्मा को जांच के आदेश दिए हैं। एसपी ने बताया कि परिजन ने जो वीडियो और फोटो दिए हैं, उसी के आधार पर हमने टीआई को लाइन अटैच कर जांच के आदेश दिए हैं ।

आजाद नगर टीआई द्वारा लापरवाही और वसूली का पहला मामला नही

गौरतलब है कि आजाद नगर टीआई द्वारा लापरवाही और वसूली का यह पहला मामला नही है। पिछले दिनों भी वसूली के चलते सोशल मीडिया और क्षेत्र के लोगों ने उनके खिलाफ लिखा था। अब देखना होगा कि टीआई को वरिष्ठ अधिकारी किस तरह की सजा देते है।