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अगर नहीं आ रही है नींद तो इन उपायों को जल्द करे शुरू, नहीं तो दे सकते है बड़ी बीमारीयों को न्योता

आज कल लोगों में नींद न आने की समस्या आम हो गई है। कई लोगों को रात में अच्छी नींद नहीं आती। भरपूर नींद न लेने से शरीर में कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं।

रात की अच्छी नींद इम्‍युनिटी, एनर्जी और याद्दशत को बढ़ाने के लिए जरूरी है। क्‍या आप जानते हैं कि हमारे शरीर में एक आंतरिक घड़ी होती है जिसे सर्कैडियन रिदम कहा जाता है और ये इसका क्या काम होता है? ये सर्कैडियन लय कई कारकों जैसे हार्मोन, लाइट और अंधेरे से प्रभावित होता है, यही वजह है कि यह हमारे सोने-जागने के चक्र को भी प्रभावित करता है. हम आपको बताने जा रहे हैं कि कौन से कारक आपकी नींद को प्रभावित कर सकते है और आपको इसे ठीक करने की जरूरत क्यों है।

रात के दौरान अच्छी नींद स्वस्थ शरीर के लिए बहुत आवश्यक है। अगर आप पूरी नींद नहीं ले पाते हैं या गलत समय पर सोते हैं या फिर टुकड़ों में नींद पूरी करते हैं तो इससे आपको निंद्रा विकार की समस्या हो सकती है, जिससे नींद के समय में कमी हो सकती है।

हम में से अधिकतर लोग घर से ही काम कर रहे हैं। बाहर न जा पाने के कारण और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण अधिकतर लोगों में नींद न आने की समस्या ने जन्म ले लिया है। वर्क फ्रॉम होम के चलते सोने का कोई एक निश्चित समय नहीं रहा है।

देर रात तक जागने के बाद सुबह उसी समय पर अधिकतर लोग उठकर काम कर रहे होते हैं। यही कारण है कि आजकल लोगों को नींद की समस्या आने लगी है। अगर आपको भी यह समस्या है तो इन तरीकों आजमाकर आप अपने रूटीन और नींद दोनों ठीक कर सकते हैं।

शरीर को रात में नींद की जरूरत होती है

सबसे पहले सोने का समय निर्धारित कर लें। आपका शरीर आपके रूटीन के हिसाब से ढल जाता है। आपके शरीर को रात में नींद की जरूरत होती है। इसलिए रोजाना एक निश्चित समय पर सोने के लिए चले जाएं। इससे आपका रोजाना का रूटीन ठीक हो जाएगा और कुछ ही दिनों में आपको ठीक समय पर नींद आने लगेगी।

कमरे में कम रोशनी रखे

आप जिस कमरे में सो रहे हैं, उसमे अंधेरा कर लें। अगर आपको पूरी तरह से अंधेरे कमरे में परेशानी होती है तो कोशिश करें कोई बहुत ही छोटी और कम रोशनी की लाइट जले। फ़ोन को खुद से दूर रखें और हो सके तो सोने से 1 घंटे पहले फोन का इस्तेमाल बंद कर दें।

मैडिटेशन से दिमाग को शांत करे

पूरे दिन के काम-काज के बाद आपके शरीर के साथ-साथ आपका दिमाग भी थक जाता है। इसलिए सोने से पहले मैडिटेशन आपके दिमाग को शांत करता है। इससे कंसंट्रेशन बेहतर होता है और सोने में आसानी होती है, क्योंकि दिमाग में कम से कम विचार रहते हैं।

उठते ही समय को ना देखे

अगर आपकी नींद रात के किसी भी समय पर खुल गई है और फिर नींद नहीं आ रही है तो समय न देखें। समय देखने से घबराहट होने लगती है, दिमाग चलने लगता है और मन में अलग-अलग तरह के विचार आते हैं। इससे अच्छा आप लंबी सांसें भरें और आंखें बंद करके लेटे रहें। अगर मन में विचार आने लगे तो मन में ही या तो कुछ अच्छा सोचें या ॐ आदि उच्चारण करें। इससे ध्यान नहीं भटकेगा और नींद आने में आसानी होगी।

कमरे के तापमान को कम रखें

कमरे में अगर अधिक गर्मी है तो भी नींद आने में परेशानी होती है। इसी तरह अगर आपका कमरा जरूरत से अधिक ठंडा है तो भी आपकी नींद बार-बार खुलती है। तो कमरे के तापमान को 26 से 27 डिग्री तक ही रखें या जिस तापमान में आपका शरीर कम्फर्टेबल हो, उसी तापमान को निर्धारित कर लें।

सोने से पहले खाएं सही खाना


सोने से पहले आप क्या खाते हैं? इसका भी ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि यह भी आपकी नींद प्रभावित करता है। रिसर्च के अनुसार, सोने से पहले अगर अधिक कार्बोहाइड्रेट वाला या हेवी खाना खाते हैं, तो नींद आने में परेशानी हो सकती है।

व्यायाम करना न भूलें

सुबह उठकर अधिक समय न मिले तो 25 से 30 मिनट के लिए ही सही, लेकिन रोजाना एक्सरसाइज करें। सुबह वर्क-आउट करने से आपका स्लीप शेड्यूल बेहतर होता है।

सोने की अच्छी जगह भी अच्छी नींद में मदद करती है

एक अच्छा तकिया और गद्दा साथ में अच्छा कम्फर्टेबल मैट्रेस, इसके कम्फर्टेबल होने से भी नींद अच्छी आती है।

इसके लिए ऐसे कपड़ों का इस्तेमाल करें जिनमें आपको ज्यादा ठंडा या गर्म न लगे। सोने की अच्छी जगह भी अच्छी नींद में मदद करती है।

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