देश में कई सारी महिलाएं और लडकियों को स्लेट पेंसिल खाने की आदत है और इस आदत के कारण कई महिलाओं में कई प्रकार की बिमारियां होने का खतरा मंडराता है। बतादें कि महिलाओं के अलावा बच्चे भी स्लेट पेंसिल खाते हैं।
बच्चे जब स्लेट पर लिखना सीखते हैं, तो वे छिप-छिपकर स्लेट पेंसिल भी खा लेते हैं। चिकित्सकों का यह भी कहना है कि जिन लोगों में खून की कमी होती है, उन्हें स्लेट पेंसिल खाने की बार- बार होती है। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएगें कि पेंसिल खाने से कौन- कौन से नुकसान होते हैं।
स्लेट पेंसिल खाने से दांतों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बच्चों के दूध के दांत कई बार स्लेट पेंसिल को जोर से चबाने से भी टूट जाते हैं। कई बार दांत गलत तरीके से भी टूट जाते हैं जो कि आगे चलकर अजीब दिखाई देते हैं। इसके सेवन से जबड़े को भी नुकसान पहुंचता है। रात में सोत वक्त या स्लेट पेंसिल खाते वक्त ही कई सारे लोगों का जबड़ा दुखने लगता है। जिसे कि वे बड़ी आसानी से नजरअंदाज कर देते हैं।
स्लेट पेंसिल कोई ऐसी वस्तु नहीं है जो आसानी से पचा ली जाए। जब हम इसे खाते हैं तो यह शरीर के अंदर तक जाती है। जिस वजह से कई बार ये आंतों में तक रूकावट पैदा करती है। हमारा शरीर जब आसानी से इसे पचा नहीं पाता है तो आने वाले 2-4 दिन तक कब्ज की समस्या बनी रहती है और जो महिलाएं नियमित रूप से स्लेट पेंसिल खाती हैं, उन्हें तो कब्ज की समस्या आदत की तरह हो जाती है।
स्लेट पेंसिल के भीतर खतरनाक जीवाणु पाए जाते हैं, जो कि जब शरीर के भीतर जाते हैं तो किडनी में संक्रमण फैलाते हैं और आए दिन स्थिति बुरी से बुरी हो जाती है। ऐसे में खाना भी पचता नहीं है और परेशानियां अलग बढ़ जाती है। भविष्य में किडनी की पथरी हो जाती है क्योंकि यह स्लेट पेंसिल शरीर में ही इकट्ठा होकर पत्थर का निर्माण कर लेती है जो कि कई लोगों की असहनीय पीड़ा का कारण बनता है।
स्लेट पेंसिल खाने वालों को अपने आप ही भूख कम लगने लगती है। ऐसी स्थिति में वे धीरे-धीरे खाना कम कर देते हैं। ऐसा करने से उनके शरीर में पोषक तत्व कम होने लगते हैं। जब शरीर को पोषण नहीं मिलता है तो वह कमजोर हो सकता है।