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हेलिकॉप्टर हादसा: सेना ने कहा- डीएनए जांच के बाद ही परिजन को सौंपी जाएगी देह

नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर हादसे के बाद सेना का कहना है कि सभी सैन्य अधिकारियों के पार्थिव शरीरों को डीएनए पहचान के बाद ही प्रियजनों के सुपुर्द जाएगा। सेना को अवशेषों की पहचान करने में काफी दिक्कतें हो रही है। हालांकि सैन्य अधिकारियों के प्रियजनों की संवेदनशीलता और भावना को देखते हुए हर संभव उपाय किए जा रहे हैं।

गुरुवार को सेना ने बयान जारी किया कि 10 सैन्य अधिकारियों के पार्थिव शरीरों की पहचान की जा रही है। पहचान होने के बाद ही उन्हें परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा। उधर, शहीद सैन्य अधिकारियों के परिजन दिल्ली पहुंचना शुरू हो गए हैं। उन्हें सभी आवश्यक सहायता दी जाएगी। सेना के मुताबिक, पहचान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद करीबी रिश्तेदारों के परामर्श से सभी कर्मियों का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार सुनिश्चित किया जाएगा। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, अभी सिर्फ तीन शवों की पहचान हो पाई है। इसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर शामिल हैं। सेना के अधिकारी इन तीनों के पार्थिव शरीर उनके परिजनों के सुपुर्द करेंगे।

अंतिम दर्शन के लिए उमड़े लोग

इस हादसे में सीडीएस, उनकी पत्नी और 11 अन्य कर्मियों ने अपनी जान गंवा दी है। इन सभी को गुरुवार को वेलिंग्टन में सैन्य अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सभी पार्थिव शरीर मद्रास रेजिमेंट सेंटर लाए गए। नीलगिरी के मद्रास रेजिमेंट सेंटर से सुलूर एयरबेस ले जाते वक्त बिपिन रावत और अन्य सभी के अंतिम दर्शन के लिए सड़कों पर स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई। लोगों ने न सिर्फ फूल बरसाए, बल्कि इस दौरान भारत माता के नारे भी लगाए।

सीहोर का जवान भी शहीद

हादसे में मप्र के सीहोर के जवान जिंतेंद्र कुमार भी शहीद हो गए। जितेंद्र सीहोर के धामंदा गांव के निवासी थे। जानकारी के मुताबिक, जितेंद्र साल 2011 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। ये खबर आते ही पूरे गांव में सन्नाटा फैल गया है। जवान की शादी साल 2014 में शादी हुई थी। उनकी एक डेढ़ साल की बेटी और 4 साल का बेटा है। जवान जितेंद्र के निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख जताया।

ग्रुप कैप्टन वरुण का भोपाल से है नाता

हादसे में एकमात्र जीवित बचे सदस्य हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह। उनका इलाज चल रहा है और तीन आॅपरेशन हो चुके हैं। वरुण सिंह का भी मध्य प्रदेश से नाता है। उनके माता पिता भोपाल में रहते हैं लेकिन इन दिनों वो मुंबई में अपने छोटे बेटे के पास थे। वरुण की खबर मिलते ही वो वेलिंगटन रवाना हो गए। पूरे देश के साथ कैप्टन वरुण सिंह के पड़ोसी, परिचित और रिश्तेदार सब उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।

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