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भोपाल के हमीदिया अस्पताल में आग लगने 4 बच्चों की मौत

भोपाल: राजधानी के सबसे बड़े शासकीय हमीदिया चिकित्सालय कैंपस में बने कमला नेहरू अस्पताल के बच्चा वार्ड के तीसरे फ्लोर पर बीती रात आग लग गई। इस हृदय विदारक घटना में चार बच्चों की मौत हो गई। इनमें तीन की मौत दम घुटने से हुई है। तीन घंटे की मशक्कत के बाद देर देर रात फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम ने आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि जिस वार्ड में आग लगी, वहां करीब तीन दर्जन से अधिक बच्चे भर्ती थे। आग लगने के पीछे शॉर्ट सर्किट कारण बताया जा रहा है। हादसे में जिन बच्चों की मौत हुई है उनके परिजनों को सरकार ने 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया हैं।

अस्पताल में मची अफरा-तफरी

बताया जा रहा है कि जिस चिल्ड्रन वार्ड में आग लगी है, उसे नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाना था, उससे पहले ही ये हादसा हो गया। कई लोगों को स्ट्रेचर से बाहर निकालकर दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। बच्चों के परिजनों को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। ऐसे में बच्चों को ढूंढने के लिए अफरा-तफरी मच गई है।

बच्चों के परिजनों की चीख पुकार से गूंजा अस्पताल

उधर शासकीय कमला नेहरू अस्पताल के तीसरे फ्लोर पर लगी आग को मौके पर पहुँची दमकल की 12 गाड़ियां की मदद से काबू पाया गया।, सूचना मिलते ही चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग,विधायक आरिफ मसूद भी अस्पताल में पहुंचे। घटनास्थल पर देर रात तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। अस्पताल का पूरा परिसर बच्चों के परिजनों की चीख पुकार से गूंजता रहा। अस्पताल से बाहर निकले विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि पूरी घटना बहुत गंभीर हैं। उन्होनें कहा कि अस्पताल का पूरा स्टाफ अपनी जान पर खेलकर बच्चो की जान बचाने में लगा हुआ है।

सीएम शिवराज ने दिए जांच के आदेश

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर दुख जताते हुए मामले में हाई लेवल जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर दुख जताते हुए कहा, ”भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में आग लगने की घटना दुखद है। बचाव कार्य तेजी से हुआ। घटना की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच एसीएस लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मोहम्मद सुलेमान करेंगे। कमला नेहरू अस्पताल में बच्चों के वार्ड में शॉर्ट सर्किट से लगी आग के बाद नवजातों के परिजनों की चीख पुकार मची रही हालांकि आग लगने के बाद उन्हें अस्पताल परिसर के बाहर ही रोक लिया गया जिससे वह और ज्यादा परेशान हो गए। हादसे में 4 बच्चों की मौत हुई है वहीं कई बच्चों के आग से झुलसने ने की खबर है साथ ही अस्पताल स्टाफ के भी कुछ स्वास्थ्य कर्मी और वार्ड बाय भी हादसे में झुलसे हैं।

हादसे के वजह अज्ञात

हादसे के पीछे अलग-अलग वजह बताई जा रही है। कुछ ने सिलेंडर या वेंटिलेटर में ब्लास्ट होना बताया है। वहीं शॉर्ट सर्किट की भी आशंका से इनकार नहीं किया जा रहा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पर रिपोर्ट मांगी है। साथ ही, अस्पताल प्रबंधन को बच्चों की सुरक्षा और इलाज के निर्देश दिए हैं। हमीदिया अस्पताल परिसर में 7 अक्टूबर को भी नई बिल्डिंग में दूसरे तल पर ठेकेदार के स्टोर रूम में आग लग गई थी। फायर ब्रिगेड की 5 गाड़ियों ने एक घंटे में इस पर काबू पाया। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इससे बहुत नुकसान नहीं हुआ।

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