Mradhubhashi
Search
Close this search box.

राशन माफिया पर प्रशासन हुआ सख्त, ऐसे सिखाया सबक

इंदौर। इंदौर में प्रशासन ने आज माफियाओं पर कार्रवाई करते हुए चार मकानों को जमींदोज किया। ये चारों मकान राशन माफिया भरत दवे और श्याम दवे के थे।

माफियाओं के मकान हुए जमीदोज

इंदौर में माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। इस कड़ी में आज प्रशासन ने राशन माफिया भरत दवे और श्याम दवे के चार मकानों पर कार्रवाई की। प्रशासन ने यह कार्रवाई मुसाखेड़ी और मोती तबेला स्थित राशन माफियाओं के चार मकानों पर की। मुसाखेड़ी स्थित मकान को पूरी तरह से जमींदोज कर दिया गया, जबकि मोती तबेला में स्थित तीन मकानों का आगे का हिस्सा हटाया गया। हालांकि ये तीनों मकान अनुमति लेकर बनाए गए थे, लेकिन मकान नक्शे के आधार पर नहीं बने थे।

80 लाख के घोटाले में हैं आरोपी

राशन माफियाओं के इन मकानों पर आज नगर निगम और प्रशासन की टीम ने संयुक्त तौर पर कार्रवाई की। गौरतलब है कि भरत दवे और श्याम दवे राशन मामले में आरोपी हैं और हाल ही में कलेक्टर ने रासुका की कार्रवाई की थी बाद में पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था। दवे बंधुओं पर आरोप है कि उन्होंने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के 80 लाख रुपए के गरीबों के राशन का गबन किया है।

इंदौर कलेक्टर द्वारा पकड़े गए राशन घोटाले में अब तक दस अलग-अलग थानों में 31 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज हो चुकी हैं और दो राशन माफियाओं के खिलाफ रासुका की कार्रवाई भी की जा चुकी है। पुलिस ने लगभग 20 करोड़ रुपए की संपत्ति इन राशन माफियाओं की चिन्हित की है। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री के साफ निर्देश हैं कि माफियाओं की संपत्तियों का पता लगाया जाए और जो नंबर एक की संपत्तियां हैं उन्हें नीलाम किया जाए और उस नीलामी से जो पैसा है उसे राशन खरीद के गरीबों में बांटा जाए।

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट