नई दिल्ली। त्योहारों से पहले भारत में कोरोना वायरस के मामलों ने एक बार फिर तेजी पकड़ ली है। कोविड के बढ़ रहे मामलों को थामने के लिए महाराष्ट्र, केरल जैसे राज्यों ने एडवाइजरी भी जारी कर दी है। वहीं देश की राजधानी दिल्ली में भी पिछले कुछ दिनों के अंदर कोरोना के मामलों में उछाल देखने को मिला है।
राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार ग्रुप वैक्सीनेशन के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा के मुताबिक, अगर लापरवाही बरती गई तो भारत में कोविड-19 की अगली लहर आने को नकारा नहीं जा सकता। दिवाली को देखते हुए त्योहार का सीजन पूरे जोर पर है और बाजारों में लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो रहे हैं। ऐसे ही अगर चलता रहा तो अगले 3-4 हफ्तों में यह ओमिक्रॉन का नया वेरिएंट बीएफ-7 ज्यादा तेजी के साथ फैल सकता है। मौसम ठंडा हो रहा है और फ्लू भी फैल रहा है तो हो सकता है लोग कोविड के लक्षणों को गले में खराश और नाक बहने जैसा सामान्य मामला समझ लेंगे। अगर कोई सामान्य लक्षण समझता रहा तो सोचिए वह कितने लोगों में वायरस फैला चुका होगा। रोटरी क्लब आॅफ मद्रास नेक्स्टजेन में कोरोनाविरोलॉजिस्ट और कोविड अवेयरनेस एक्सपर्ट डॉ. पवित्रा वेंकटगोपालन केमुताबिक, अधिकांश लोगों में इस वेरिएंट के लक्षण सामान्य सर्दी से शुरू हो सकते हैं। कोरोना के मामले भीड के कारण बढ़ सकते हैं क्योंकि वायरस को रोकने के लिए हम सावधानी नहीं बरत रहे हैं।
देश में में लागू रहेगा मास्क प्रोटोकॉल
कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट एक बार फिर रफ्तार पकड़ रहा है। कुछ देशों में नए मामले सामने आए हैं। इसे देखते हुए भारत में मास्क प्रोटोकॉल लागू रहेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को देश में कोरोना वायरस की स्थिति और चल रहे टीकाकरण अभियान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। ओमिक्रॉन स्ट्रेन के सब-वेरिएंट तेजी से फैल रहे हैं। नए-नए वेरिएंट भी सामने आ रहे हैं। इसे देखते हुए बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पूरे देश में मास्क और कोविड-उपयुक्त व्यवहार पर नियम जारी रहेगा। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक राजीव बहल, नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल, टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के अध्यक्ष एनके अरोड़ा और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव राजेश एस गोखले सहित शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया।