अहमदाबाद: कोरोना महामारी ने कई लोगों को जिंदगीभर का दर्द दिया है। कई मांगों का सिंदूर उजड़ गया तो हजारों मांओं की गोद सूनी हो गई। महामारी के इस भीषण दौर में कई बच्चे भी अनाथ हो गए। ऐसा ही एक दर्दनाक वाकिया गुजरात में हुआ, जहां अनाथ हुए बच्चों को अपने पास रखने वाले चाचा की भी मृत्यु हो गई।
कोरोना से छूटा था मां का साथ
गुजरात के अहमदाबाद में कोरोना की वजह से पांच भाई-बहनों पर से माता-पिता का साया उठ गया था। अनाथ हुए इन बच्चों की जवाबदारी इनके चाचा ने ली थी और बच्चों की कस्टडी के लिए उन्होंने अदालत में कानूनी लड़ाई भी लड़ी थी, लेकिन बदकिस्मती से अब वह भी इन बच्चों का साथ छोड़कर इस दुनिया से हमेशा के लिए रुखसत हो गए।
कोर्ट से मिली थी बच्चों की कस्टडी
साबरकांठा जिले के खेड़ब्रह्मा के रहने वाले कांतिभाई सलात ने अपने भाई के पांच बच्चों, जिनकी उम्र 4 से 15 साल को गोद लिया था। उनके भाई की तीन साल पहले और बच्चों की मां की . मार्च 2020 में कोरोना से मौत हो गई थी। बच्चे अपने मामा के पास थे। कांतिभाई बच्चों की बेहतर परवरिश के लिए कोर्ट गए थे और बच्चों के मामा से बच्चों को कोर्ट के आदेश से ले लिया था।
एक बार फिर बच्चे हुए अनाथ
कांतिभाई नि:संतान थे और उनका अच्छा-खासा कंबल का कारोबार था। इसलिए उन्होंने बच्चों के बेहतर भविष्य का ख्याल करते हुए उनको गोद ले लिया था।9 दिसंबर 2020 में उनको बच्चों की कानूनी संरक्षकता प्राप्त हो गई थी, लेकिन कुछ समय पहले कांतिभाई भी बच्चों का साथ छोड़ गए और बच्चे एक बार फिर से अनाथ हो गए।