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पंचतत्व में विलीन हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई

भोपाल। शहर में शुक्रवार को ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के बेटे और भाई ने उन्हें मुखाग्नि देकर उनका सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया।

उससे पहले उनकी अंतिम यात्रा बैरागढ़ मुक्तिधाम पहुंची यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग विधायक रामेश्वर शर्मा सहित शासन प्रशासन के अधिकारियों ने कैप्टन वरुण सिंह को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार से मुलाकात भी की।

एमपी की राजधानी में शहीद वरुण सिंह के सम्मान में राजधानी के बाजार भी सुबह से बन्द नज़र आए और श्रद्धांजलि देने जनसैलाब उमड पड़ा। उधर बैरागढ़ मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार से पहले श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया गया। अंतिम संस्कार के दौरान आम लोग ने बैरिकेड के दूसरी तरफ से ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पार्थिव शरीर का दर्शन किया।

जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन कैप्टन वरुण सिंह का अंतिम संस्कार सुभाष नगर विश्राम घाट पर करने की तैयारी में था मगर ग्रुप कैप्टन के पिता की मांग थी कि उनके बेटे की अंतिम यात्रा की वजह से शहर का ट्रैफिक बाधित होगा। जिससे आम लोगों को परेशानी होगी और वह नहीं चाहते कि आम लोग परेशान हो जिससे उनका अंतिम संस्कार बैरागढ़ के मुक्तिधाम में किया जाए। पिता की मांग पर फिर जिला कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कैप्टन वरुण सिंह का अंतिम संस्कार सुभाष नगर की बजाय बैरागढ़ में करने का निर्णय लिया।

बता दें कि 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय वायुसेना के विमान क्रैश हादसे में एकमात्र जीवित बचे वरुण सिंह की बुधवार को इलाज के दौरान मौत हो गई थी। बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।

विमान हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 अधिकारी शहीद हो गए थे। वरुण मूल रूप से यूपी के देवरिया जिले के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले थे। फिलहाल, वरुण सिंह के पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह भोपाल के एयरपोर्ट रोड स्थित सन सिटी कॉलोनी में रहते हैं।

मृदुभाषी के लिए भोपाल से मोहम्मद ताहिर खान की रिपोर्ट

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