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मप्र में बढ़ी तीसरी लहर की आशंका, कोरोना के मामलों में बढोतरी से मप्र सरकार की चिंता बढ़ी

Corona: देश में कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर केंद्र और राज्य दोनों ही सरकार अलर्ट मोड पर है। महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत के बाद मध्यप्रदेश में भी कोरोना की तीसरी लहर की आंशका बढ़ गई है। क्योंकि प्रदेश में पिछले दो हफ्ते में मामलों में बढोतरी देखी गई है। मप्र सरकार बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए चिंता में आ गई है। कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को कोरोना से अलर्ट किया है। सीएम ने कहा कि केरल राज्य की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। हमारे पड़ोसी राज्यों में भी लगातार केस बढ़ रहे हैं। मप्र में भी पिछले दो हफ्ते में मामलों में बढोतरी देखी गई है। हमें सतर्क रहने की जरूरत है। सीएम ने गुरुवार को कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आपात बैठक भी बुलाई। ऐसे में एक बार फिर राज्य पर पाबंदियां लगाए जाने की आशंका बढ़ गई है।

सरकार की चिंता का करण कोरोना संक्रमण की जद में आने वाले छोटे जिले भी हैं। यहां अधिकतर संक्रमित ट्रैवल हिस्ट्री वाले मिल रहे हैं। प्रदेश में अब तक 7 लाख 92 हजार 295 लोग संक्रमित हुए हैं। इनमें से 7 लाख 81 हजार 645 ठीक हो चुके हैं। कोरोना के कारण अब तक 10 हजार 516 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में रिकवरी दर 98.65 प्रतिशत और पॉजिटिविटी रेट 0.01 प्रतिशत है।

वैक्सीन की पहली डोज का लक्ष्य

कोरोना की तीसरी लहर की आंशकाओं को देखते हुए सितंबर महीने में पूरे प्रदेश के लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगाने का लक्ष्य हासिल करने की रणनीति बनाई जाएगी। इसके साथ तीसरी लहर को रोकने के लिए कुछ और बड़े निर्णय लिए जा सकते है। मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि कई जिलों में कोरोना के पॉजिटिव केस फिर से आना शुरू हुए है और प्रदेश में बीते दो हफ्तों में पॉजिटिव केस की संख्या बढ़ी है। वहीं हमारे पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में मुंबई और नागपुर में फिर केस बढ़ाना शुरू हो गए है इसलिए हमको सतर्क और सचेत होना होगा। आगामी 30 सितंबर तक प्रदेश के संपूर्ण पात्र नागरिकों को वैक्सीन का प्रथम डोज लगाने का लक्ष्य है।

महाराष्ट्र और केरल से आने वालों पर नजर

कोरोना की तीसरी संभावित लहर से निपटने के लिए प्रशासन ने फिर से सख्ती शुरू कर दी है। राजधानी भोपाल के दोनों प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर उतरने वाले यात्रियों से विशेष पूछताछ की जा रही है। मुख्य द्वार से निकलते समय जांच के लिए कहा जा रहा है। रोजाना दोनों स्टेशनों पर चार हजार से अधिक यात्रियों के सैंपल लिए जा रहे हैं। इसके दायरा अगले सप्ताह से बढ़ा दिया जाएगा। करीब छह हजार से अधिक यात्रियों की सैंपल जांच के लिए लेंगे। रेलवे और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि खासकर महाराष्ट्र के नागपुर, मुंबई, भुसावल, पुणे और केरल से आने वाली ट्रेनों के यात्रियों के समय विशेष पूछताछ व जांच की जा रही है। हालांकि हाल-फिलहाल दोनों ही स्टेशनों पर एक भी यात्री की कोरोना जांच पॉजिटिव नहीं मिली है।

बचाव के प्रयासों में सहयोग की अपील

मुख्यमंत्री ने जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों, विभिन्न संगठनों, राजनीतिक दलों और लोगों से कोरोना से बचाव के प्रयासों में सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में आॅक्सीजन संयंत्रों की स्थापना से लेकर अस्पतालों में आवश्यक बेड उपलब्ध करवाने का कार्य कर रही है। आम जनता के सहयोग से ही कोरना से बचाव के लक्ष्य को पूरी तरह प्राप्त किया जा सकता है, इसलिए सभी लोग कोरोना अनुकूल व्यवहार अपनाकर सहयोग प्रदान करें।

मुंबई-इंदौर-दिल्ली की 14 फ्लाइट निरस्त

इंदौर से जाने वाली एयर इंडिया की 14 उड़ानों को एक बार फिर निरस्त कर दिया गया है। कंपनी ने 30 सितंबर तक मुंबई-इंदौर-दिल्ली जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट आॅफर निरस्त कर दिया है। कंपनी अधिकारियों का कहना है कि सरकार द्वारा कहा गया है कि 60 प्रतिशत उड़ानों का संचालन किया जाए। इस आदेश पर उन्होंने अपने बाकी उड़ानें निरस्त की है। सप्ताह में 2 दिन मंगलवार और गुरुवार को जाने वाली फ्लाइट अभी निरस्त की गई है।

-120 कोरोना पॉजिटिव मिले है मप्र में नौ दिन में।
-09 दिनों में 44 नए संक्रमित मिले हैं जबलपुर में।
-22 केस मिले हैं इंदौर-भोपाल में भी।

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