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Ferrari से बदला लेने के लिए किसान के बेटे ने बना डाली थी lamborghini

आज अगर कहीं सुपरफास्ट कार की बात होती है तो फरारी और लैम्बोर्गिनी का नाम जरूर आता है, लेकिन क्या कभी आपने इन स्पोर्ट्स कार के ब्रांड्स की सफलता की कहानी जानने की कोशिश की ? इसकी सक्‍सेज स्‍टोरी अपने आप में हैरान करने वाली है।

दरअसल लैम्बोर्गिनी के उदय के पीछे फरारी के मालिक ऐंजो फरारी का ही हाथ है। एक किसान का बेटा जो ट्रैक्‍टर बनाता था, जो एक दिन एक ऐसी बात से आहत हुआ कि उसने एक दिन ऐसी कार तैयार कर दी जिसे हासिल करना किसी सपने से कम नहीं. आईये जानते हैं।

लम्‍बोर्गिनी की शुरुआत इटली के उद्यमी फारुशियो लम्‍बोर्गिनी ने की थी. फारुशियों के माता-पिता दोनों ही खेती से जुड़े थे और अंगूर की खेती करते थे. लेकिन फारुशियो की रूचि कभी खेती में नहीं रही. वो हमेशा खेती के काम आने वाले उपकरणों को बनाने का शौक रखते थे.फारुशियो ने ट्रैक्‍टर्स बनाने का काम शुरू किया. उनकी ट्रैक्‍टर कंपनी जल्‍द ही दुनिया की वो सबसे बड़ी कंपनी बन गई जो कृषि के लिए उपकरण तैयार करने का काम करती थी.

फारुशियो खुद भी काफी आलिशान गाड़‍ियों के मालिक थे. उनके बेड़े में मसराती, मर्सिडीज बेंच अल्‍फा रोमियो फरारी जैसी गाड़‍ियां थीं. फारुशियो अपनी फरारी पर एक दिन सैर के लिए निकले लेकिन गाड़ी के क्‍लच में कुछ दिक्‍कत आ गई थी. क्‍लच ठीक से काम नहीं कर रहा था. अब फारुशियो जो मैकेनिक थे, उन्‍होंने इस खराबी के बारे में फरारी के मालिक एंजो फरारी को बताया. लेकिन वह गाड़ी को ठीक करने की बजाय इसके मालिक से बात करना चाहते थे.

जब फारुशियो ने इस बारे में एंजो को बताया तो वह उन पर ही भड़क गए. एंजो फरारी ने फारुशियो को जवाब दिया कि गलती क्‍लच की नहीं बल्कि इसे कार को ड्राइव करने वाली की है. उन्होंने बेइज्‍जती करने वाले अंदाज में फारुशियो से कहा कि फरारी चलाने की जगह उन्‍हें ट्रैक्‍टर की सवारी करनी चाहिए.

यही बात फारुशियो को चुभ गई. उस दिन उन्‍होंने तय कर लिया कि इस बेइज्जती का बदला एंजो फरारी से लेकर ही रहेंगे. तब से फारुशियो के दिमाग में बस एक ही बात दौड़ने लगी, किसी भी सूरत में वर्ल्‍ड की बेस्‍ट रेसिंग कार बनानी है.

फारुशियो ने नई लग्‍जरी स्पोर्ट्स कार बनाने का काम शुरू कर दिया. फारुशियो ने पहले गाड़ी के डिजाइन बनाने शुरू किए. फारुशियो जानते थे कि उन्हें कैसी गाड़ी चाहिए. इसलिए उन्हें कुछ ही महीनों के अंदर अपनी रेसिंग कार तैयार कर ली. फारुशियो ने रेसिंग कार को पहचान देने के लिए इसके सिंबल के तौर पर बैल की फोटो का प्रयोग किया.

उनकी राशि वृष थी और इस राशि की निशानी एक बैल होता है. इसलिए ही लम्बोर्गिनी का सिंबल बैल है. फारुशियो ने अपनी पहली कार लेम्बोर्गिनी 350 GT को बनाने के लिए फरारी के ही एक पुराने इंजीनियर और दो यंग इंजीनियर्स को नौकरी पर रखा.

350 GT में उस समय का मशहूर V-12 इंजन लगाया गया ताकि वह हवा से बातें कर सकें. सन् 1963 में पहली लम्‍बोर्गिनी सबके सामने आई सन् 1964 की शुरुआत होते ही लम्बोर्गिनी की कारों की बिक्री भी शुरू हो गई।

कहते हैं कि जैसे ही लम्बोर्गिनी की बिक्री शुरू हुई, लोगों के बीच इसे खरीदने की होड़ लग गई. यह एक टू सीटर लक्ज़री स्पोर्ट्स कार थी. इसके मॉडल से लोग इतना खुश हुए कि लम्बोर्गिनी ने थोड़े ही समय में इसका नया मॉडल निकाल दिया।

नए मॉडल का नाम 400 GT था और वह भी आते ही सुपरहिट हो गया.फारुशियो लैम्बॉर्गिनी ने ऐंजो फरारी की बेइज्जती की वजह से वो कारनामा कर दिखाया जो उस ज़माने के लोग सोच भी नहीं सकते थे। आज ये दोनों ही कारें एक ही पायदान पर हैं और इन दोनों ही कारों को दुनियाभर में पसंद किया जाता है।

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