उज्जैन। किसानों के सामने यूरिया खाद की बड़ी किल्लत सामने आ रही है। इसके चलते उन्होंने उज्जैन में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। कई किसानों का दावा है कि उन्हें सोसायटी के माध्यम से यूरिया नहीं मिल रहा है। किसानों को आलू व गेहूं की फसल में सबसे अधिक यूरिया की आवश्यकता लग रही है।
किसानों का आरोप है हमें जितना यूरिया चाहिए उसका आधा भी नहीं मिल रहा है। कुछ किसानों ने मार्कफैड के अधिकारियों पर यूरिया की कालाबाजारी का आरोप भी लगाया। उज्जैन में टॉवर चौक पर मार्कफैड दफ्तर के बाहर दोपहर करीब 12 बजे शुरू हुए भारतीय किसान संघ के साथ आए किसानों के धरने-प्रदर्शन के दौरान किसानों ने दफ्तर पर ताला लगाने की कोशिश की। हालांकि माधव नगर थाने से पुलिस बल मौक पर पहुंच गया था। इसके चलते किसानों की मनमानी नहीं चल सकी। कुछ किसानों ने पुलिस कर्मियों से झूमाझटकी भी की।
दरअसल किसानों को सोसायटी के माध्यम से प्रति बीघा एक बोरी यूरिया उपलब्ध कराया जा रहा है। इसलिए उन्हें आलू और गेहूं की फसल के बिगड़ने का अंदेशा है।
उज्जैन से मृदुभाषी के लिए अमृत बैंडवाल की रिपोर्ट।